दिवाली आने को होती है और दिल्ली-एनसीआर गैस चैंबर में बदलने लगता है। सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों पर बैन लगाया है। हालांकि ग्रीन पटाखे और कम उत्सर्जन वाले पटाखों को बैन नहीं किया है। वहीं, पटाखों को लेकर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने ट्वीट किया है। उन्होंने प्रदूषण और दिवाली को लेकर एक मुद्दा उठाया है।
दिवाली के आसपास दिल्ली में हवा प्रदूषित हो जाती है। स्मॉग की चादर क्षेत्र को घेर लेती है। इस बार सुप्रीम कोर्ट ने काफी कड़ा रुख अख्तियार किया और दिल्ली व पंजाब सरकार को जमकार फटकार लगाई। कैबिनेट सचिव को राज्यों के साथ बैठक करने का निर्देश दिया था। बैठक में यह निकलकर आया कि दिल्ली-एनसीआर की हवा को प्रदूषित करने में पराली का योगदान 38 प्रतिशत है और सबसे ज्यादा करीब 93 प्रतिशत पराली पंजाब में जलती है।
पटाखा निर्माता संघ भी बीते सितंबर को सुप्रीम कोर्ट गया था। उसने ग्रीन पटाखों में बेहतर एडिटिव्स के साथ बोरियम जोड़ने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने वह याचिका खारिज कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने सात नवंबर को यह स्पष्ट किया कि पटाखों में बोरियम और अन्य प्रतिबंधित रसायनों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने वाला उसका आदेश केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश पर लागू होता है।
वहीं सोशल मीडिया पर ग्रीन दिवाली मनाने की अपील की जा रही है। पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने दिवाली और प्रदूषण का मुद्दा उठाया है।
दानिश कनेरिया ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि दिवाली आ गई है. प्रोपेगेंडा फैलाने वालों का ‘ग्रीन-दिवाली’ अभियान हमें यह सिखाने के लिए है कि हम अपने सदियों पुराने त्योहारों को कैसे मनाएँ। यह अब उबाऊ है. मुझे उम्मीद है कि इस दिवाली आप सभी पटाखे फोड़ने का रिकॉर्ड तोड़ देंगे.
दानिश कनेरिया का यह ट्वीट वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने साल भर और चौबीसों घंटे फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण, गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण की फोटो भी ट्वीट की है। उन्होंने लिखा कि इससे कोई समस्या नहीं है, लेकिन दिवाली में चार घंटे पटाखे फोड़ना बड़ी समस्या है।
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