हरिद्वार : जैसे ही पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश थमी और बाढ़ का पानी उतरा, लाखों की संख्या में शिव भक्तों ने कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार की ओर कूच करना शुरू कर दिया। हजारों नहीं लाखों की संख्या में आए भोले भक्तों के सैलाब को देखकर व्यवस्था में जुटे पुलिस कर्मियों के पसीने छूट गए।
एसएसपी अजय सिंह और अन्य अधिकारी खुद सड़कों पर सीटी बजाते कांवड़ियों के लिए रास्ते बनाते देखे गए। 16 जुलाई को शिवरात्रि के दिन शिवालयों में गंगा जल अर्पित करने के संकल्प के साथ लाखों की संख्या में कांवड़िए जय भोले, बम-बम भोले के जयघोष के साथ हर की पौड़ी, ओम घाट, बिरलाघाट, चंडी घाट सहित अन्य घाटों में गंगा स्नान कर कांवड़ लेकर निकल पड़े हैं।
कही रिले रेस की तरह कांवड़ दल एक दूसरे को कांवड़ पकड़ा कर दौड़ चले हैं तो कहीं बाइक सवार कांवड़ लेकर निकल पड़े हैं, ट्रक, ट्रैक्टर ट्रॉलियों में डीजे पर शिव भजन लगाकर कांवड़िए शिव भक्ति में मस्त दिख रहे हैं।
हरिद्वार के सभी घाट बाजार भगवा जनसैलाब की तरह से दिख रहे हैं। लाखों की कांवड़ संख्या देखकर पुलिसकर्मी भी व्यवस्था बनाने में बेबस दिखाई दिए। पुलिस के अधिकारी एसएसपी के नेतृत्व में हाथ जोड़कर भोले-भोले कहकर व्यवस्था बनाते रहे।
एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक हरिद्वार में कांवड़ संख्या आज सवा तीन करोड़ पार कर गई है। उन्होंने दावा किया कि पिछले दो दिन में करीब डेढ़ करोड़ कांवड़िए यहां पहुंचे हैं और उनके आने का सिलसिला यहां थमा नहीं है।
उन्होंने बताया की दो दिन पूर्व 57 लाख 20 हजार, बीते कल 67 लाख से अधिक शिव भक्त गंगा जल लेने पहुंचे और आज ये संख्या कहीं ज्यादा पहुंच रही है। मौसम के खुलजाने की वजह से हरिद्वार से चारों दिशाओं की तरफ जाने वाले मार्गों पर भगवा धारी कांवड़ियों का ही राज चल रहा है।
नीलकंठ महादेव में लाखों कांवड़िए
ऋषिकेश से आगे पौड़ी जिले में राजा जी पार्क के पास नीलकंठ महादेव शिवालय में जलाभिषेक करने रोजाना करीब एक लाख शिव भक्त पहुंच रहे हैं, शिव रात्रि के दिन ये संख्या और अधिक हो जाने का अनुमान है।
टिप्पणियाँ