भारत लोक विश्वासों वाला देश है और हर क्षेत्र के अपने-अपने लोक विश्वास व परम्पराएं हैं। एक परंपरा पटियाला इलाके में बाढ़ का प्रकोप कम करने की भी है, जिसमें पटियाला राज घराने का कोई व्यक्ति बड़ी नदी में चूड़ा (चूड़ी) और नत्थ (नथनी) चढ़ाता है और विश्वास किया जाता है कि ऐसा करने से बड़ी नदी में आई बाढ़ का प्रकोप कम हो जाता है।
पटियाला राजघराने से संबंधित पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर की धर्मपत्नी परनीत कौर ने मंगलवार दोपहर 12 बजकर 14 मिनट पर यहां बड़ी नदी में सोने की नत्थ और चूड़ा चढ़ाया। पटियाला शाही घरने के राजपुरोहित की मौजूदगी में पूर्ण की गई इस रस्म में उनकी बेटी जय इंदर कौर भी मौजूद रहीं।
बता दें कि पटियाला की बड़ी नदी में जब भी बाढ़ आती है तो शाही परिवार की ओर से नत्थ और चूड़ा नदी में चढ़ाया जाता है ताकि पानी का स्तर कम हो सके। इस बारे में परनीत कौर ने कहा कि यह परंपरा पटियाला के संस्थापक बाबा आला सिंह के समय से चली आ रही है। जब भी पटियाला पर पानी या आग का संकट पड़ता है तो शाही परिवार की ओर से बड़ी नदी में सोने की नत्थ और चूड़ा चढ़ाया जाता है।
शाही परिवार की ओर से पिछली बार यह परंपरा साल 1993 में कैप्टन अमरिंदर ने निभाई थी जब पटियाला में बढ़ आ गई थी और बड़ी नदी इसका मुख्य कारण बनी थी।
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