नई दिल्ली। अफ्रीकी किशोर नाहेल एम की हत्या के बाद फ्रांस में हिंसा जारी है। नैनटेरे में कई बसों और कारों को आग के हवाले कर दिया गया। सरकारी इमारतों में भी आग लगाई गई है। नैनटेरे के अलावा अन्य शहरों में भी हिंसा भड़की है। विशेष पुलिस बल को बोर्डो, ल्योन, रूबैक्स, मार्सेल और लिली शहरों में तैनात किया गया। पेरिस और आसपास के शहरों में अतिरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात करने की भी मंजूरी दे दी गई है। 40 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी हालात को नियंत्रित करने के लिए सड़कों पर उतारे गए हैं।
400 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है, बताया जा रहा है कि इनमें से आधे से अधिक पेरिस से हैं। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने घटना को अक्षम्य बताया है और शांति की अपील की है।
नाहेल अल्जीरियाई मूल का था। वह इलेक्ट्रीशियन की ट्रेनिंग भी ले रहा था। वह मां का इकलौता बेटा था। उसकी मां का आरोप है कि अरब के लोगों की तरह दिखने के कारण उसे निशाना बनाया गया है। पुलिस ने एक अरब चेहरे को देखा था। उनका यह भी कहना है कि उन्होंने केवल एक व्यक्ति को दोषी ठहराया है, न कि पूरी पुलिस को। वहीं द गार्जियन ने स्थानीय मीडिया में छपी रिपोर्ट में बताया है कि नाहेल एम ने हाल ही में अपना कोर्स छोड़ दिया था। वह डिलीवरी ड्राइवर के तौर पर एक स्थानीय फास्ट फूड की दुकान पर काम कर रहा था। सरकारी वकील पास्कल प्राचे ने बताया कि नाहेल के पास फ्रांस में गाड़ी चलाने के लिए योग्यता नहीं थी। वह पहले भी यातायात नियमों को तोड़ चुका था। पुलिस महकमे में वह यातायात नियमों को तोड़ने के लिए जाना जाता था।
फ्रांसीसी मीडिया ने पुलिस सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि ड्राइविंग की अन्य घटनाओं सहित पुलिस के साथ उसका पहले भी कई मामलों में सामना हुआ है। बीएफएम और अन्य मीडिया के अनुसार, यातायात का पालन करने में विफल रहने पर उसे सितंबर में एक यूथ कोर्ट में पेश किया गया था। अभी हाल ही में, उसे उसी अपराध के लिए शनिवार को गिरफ्तार किया गया था और कहा गया था कि वह सितंबर में यूथ कोर्ट में पेश होगा।
फ्रांसीसी मीडिया का यह भी कहना है नाहेल का नाम पुलिस डेटाबेस में था। उधर, वकीलों ने इस बात पर जोर दिया है कि डेटाबेस पर नाम दिखाई देना आपराधिक गतिविधि का सबूत नहीं है। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।
कुछ लोग मुस्लिम विरोध से जोड़ रहे, कुछ बता रहे अपराधी
फ्रांस की ट्रैफिक पुलिस ने नाहेल एम को रोकने पर न रुकने और खतरनाक तरीके से कार भगाने पर गोली मारी थी। इसके बाद पूरे फ्रांस में दंगे भड़क उठे। कुछ लोग घटना को मुस्लिम विरोध से जोड़ रहे हैं जबकि कुछ मृतक को वांछित अपराधी बता रहे हैं। एक रिपोर्ट में बताया गया कि नाहेल एक वांटेड क्रिमिनल था और उसके खिलाफ 15 आपराधिक मामले दर्ज थे। वह इससे पहले भी 5 बार पुलिस के रोकने पर नहीं रुका था, बल्कि कार भगाने में कामयाब रहा था। उसके खिलाफ फ्रांस में नशीली दवाओं की तस्करी, गलत लाइसेंस प्लेट के आधार पर गाड़ी चलाने का आरोप था। जनवरी- मार्च 2023 के बीच नारकोटिक्स अधिकारियों के साथ भी उसका कई बार सामना हुआ था। वहीं उसके दोस्तों और मां का कहना है कि नाहेल का व्यवहार अच्छा था। नाहेल की दादी का भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
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