बनारस। सावन में बाबा विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षा का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। गोदौलिया से मैदागिन तक का पूरा क्षेत्र पांच जोन और 12 सेक्टर में बांटा गया है। सावन में प्रत्येक रविवार रात्रि से सोमवार देर रात्रि तक श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के 25 कमांडो संभालेंगे। दो महीने के सावन के दौरान सिगरा स्थित सिटी कंट्रोल कमांड सेंटर से कनेक्ट कैमरों की मदद से पूरे इलाके पर नजर रखी जाएगी। सोमवार को कमिश्नरेट की फोर्स के अलावा गोरखपुर जोन, प्रयागराज से 85 दरोगा, 600 कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल, छह डिप्टी एसपी और तीन कंपनी पीएसी के जवानों की तैनाती रहेगी। एनडीआरएफ के अलावा बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और एलआईयू की टीम भी नजर रखेगी।
श्रद्धालुओं की चिकित्सकीय व्यवस्था भी धाम परिसर में ही की जा रही है। मंदिर चौक के पास अस्थायी अस्पताल बनाया जाएगा। तीन शिफ्ट में पैरामेडिकल स्टॉफ और डॉक्टरों की टीम कार्य करेगी। सोमवार को परिसर के चारों ओर डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी। मंदिर परिसर के बाहर 24 घंटे एंबुलेंस उपलब्ध रहेगी। कांवड़ियों की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग दस स्थानों पर विश्राम गृह बना रहा है।
सरकारी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। निजी अस्पतालों में लक्ष्मी हॉस्पिटल, मारवाड़ी हिन्दू हॉस्पिटल, रामकृष्ण मिशन में 10 – 10 बेड सुरक्षित हैं। सावन में ढाई करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। रामेश्वर, शूलटंकेश्वर मंदिर में भी स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रहेगी। जल पुलिस में भी तैनाती जवानों की तीन शिफ्ट में रहेगी। गंगा की गोद मे एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीम गश्त करेगी। 250 से ज्यादा महिला-पुरुष पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में सुरक्षा करेंगे। जेबकतरों, उचक्कों और शोहदों पर नजर रहेगी।
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