बिजनौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 1 जून से चल रहे 20 दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग का बुधवार को समापन हो गया। समापन समारोह में बतौर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक, महेंद्र जी ने कहा कि हिंदू समाज में संस्कृति व राष्ट्र के प्रति गर्व के भाव पैदा करना ही आरएसएस का दायित्व है। जाति, मत, पंथों के भेद को भुलाकर हम सब एक हैं। यही भाव कार्यकर्ताओं को सिखाया जाता है।
शहर में विद्यामंदिर में आयोजित समापन सत्र कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक, महेंद्र जी ने कहा कि भारत प्राचीन राष्ट्र है, हिंदू संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है। आज भारत फिर से विश्व में सम्मान प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे योग को दुनिया ने स्वीकार किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक समाज को कमजोर करने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कार्य कर रहे हैं। भगवा ध्वज, सनातन संस्कृति के प्रति सम्मान है। हमारे सभी शिक्षा संस्थान प्राचीन संस्कृति का बोध कराते हैं। वह चाहे सामाजिक समरसता, पर्यावरण, परिवार प्रबोधन का क्षेत्र हो या फिर गोवंश संरक्षण या कन्वर्जन हो।
इस संघ शिक्षा वर्ग शिविर में पश्चिम उत्तर प्रदेश के 11 जिलों के 191 स्थानों से 277 शिक्षार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में विभाग प्रचारक विनीत, वर्ग व्यवस्था प्रमुख विपिन, जिला संघचालक रविंद्र सिंह, राज्यमंत्री गुलाब देवी, साध्वी प्राची, वर्ग प्रमुख अनिल, पूर्व सांसद डॉ. यशवंत सिंह, राजीव चौहान, कुंवर सर्वेश कुमार पूर्व सांसद, शीशराम रवि पूर्व सांसद, पूर्व राज्यमंत्री अशोक कटारिया, विधायक ओमकुमार ने भी हिस्सा लिया।
समापन कार्यक्रम में डॉ. एनपी सिंह, सुमन त्यागी, कविता चौधरी, पूर्व विधायक कमलेश सैनी, डॉ. आदित्य अग्रवाल, नीरज प्रताप, अरुण प्रताप चौधरी, अमित अग्रवाल, अनीता चौहान, रश्मि शर्मा रावल, पूर्व पालिकाध्यक्ष राजू गुप्ता, कामेश्वर राजपूत, महेंद्र धनौरिया, उदित जैन आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता दुर्गा सिंह ने की।
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