हाल में भारत में प्रदर्शित हुई ओम राउत की निर्देशित आदिपुरुष फिल्म विवादों में घिर चुकी है। कहा जा रहा है कि यह फिल्म रामायण की रामकथा पर आधारित है। लेकिन इसमें जो और जैसा दिखाया गया है उससे भारत के दर्शक भी बहुत नाराज हैं। फिल्म में बाहुबली फिल्म के चर्चित हीरो प्रभास और मुम्बइया फिल्मों की हीरोइन कृति सेनन तथा सैफ अली खान मुख्य भूमिकाओं में हैं।
लेकिन आदिपुरुष में तथ्यों को मनमाने तरीके से पेश करने को लेकर भारत के दर्शक ही गुस्से में नहीं हैं। काठमांडू के मेयर तक बौखलाए हुए हैं। विशेष रूप से इस फिल्म के एक संवाद से कि, ‘जानकी भारत की बेटी है’। मेयर बालेन शाह ने इसे लेकर अपने ट्वीट में लिखा है कि फिल्म आदिपुरुष के रास्ते नेपाल की संस्कृति पर अतिक्रमण किया जा रहा है।
काठमांडू के मेयर सिर्फ ट्वीट पर ही नहीं रुके, उन्होंने विरोध स्वरूप वहां चल रहीं सभी भारतीय फिल्मों पर रोक लगा दी है। उनकी मांग है कि फिल्म से जब तक ‘जानकी भारत की बेटी है’ संवाद नहीं हटाया जाएगा, तब तक यह प्रतिबंध जारी रहेगा। इसके लिए उन्होंने तीन दिन की समयसीमा तय की है। आज इस सीमा का दूसरा दिन है।
नेपाल की राजधानी काठमांडू में बड़ी संख्या में हिन्दू निवास करते हैं। ये राम—सीता को अपने आराध्य मानते हैं। मेयर बालेन शाह के इस बयान के बाद, बताते हैं राजधानी काठमांडू में सिनेमाघरों पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है जिससे कि कहीं कोई भारत में बनी कोई फिल्म न दिखाए। प्राप्त जानकारी के अनुयार, काठमांडू में 17 सिनेमाघर हैं, इस सभी को कह दिया गया है कि कोई भारतीय फिल्म न दिखाई जाए।
नेपाल के लोगों की आम मान्यता है कि यहां जनकपुर में मां जानकी का जन्म हुआ था। जनकपुर में एक प्राचीन और भव्य सीता मंदिर भी है। काठमांडू के मेयर की उक्त संवाद पर इसीलिए नाराजगी सामने आई है। उनका मानना है कि यह फिल्म नेपाल की सांस्कृतिक एकता को चोट पहुंचाती है।
नेपाल के लोगों की आम मान्यता है कि यहां जनकपुर में मां जानकी का जन्म हुआ था। जनकपुर में एक प्राचीन और भव्य सीता मंदिर भी है। काठमांडू के मेयर की उक्त संवाद पर इसीलिए नाराजगी सामने आई है। उनका मानना है कि यह फिल्म नेपाल की सांस्कृतिक एकता को चोट पहुंचाती है। कल मेयर ने उक्त ट्वीट साझा करने के बाद, अपने बयान में कहा भी आदिपुरुष फिल्म नेपाल पर ‘सांस्कृतिक अतिक्रमण’ का माध्यम है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर फिल्म में यही सब दिखाया, बताया गया तो इससे संभव है नेपाल की राष्ट्रीयता, सांस्कृतिक एकता तथा पहचान को बहुत नुकसान होगा, जिसकी पूर्ति नहीं हो सकेगी।
मेयर कार्यालय की तरफ से जारी किए गए बयान में भी कहा गया है कि काठमांडू के सभी सिनेमाघर सोमवार यानी आज से भारत की फिल्में नहीं दिखाएंगे। कार्यालय प्रवक्ता के अनुसार, उनकी काठमांडू में सिनेमाघर मालिकों से बात हो चुकी और वे सभी सहयोग देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यकीन दिलाया है कि आज से वे अपने सिनेमाघर में हिंदी फिल्में नहीं दिखाएंगे। वे आज से अपने यहां हिंदी फिल्मों के स्थान पर नेपाली फिल्में दिखाएंगे।
प्रदर्शन के पहले दिन से ही भारत में भी विवादों में घिरी फिल्म ‘आदिपुरुष’ लोगों के गले नहीं उउतर रही है। फिल्म में मुख्य पात्र स्वाभाविकता से कोसों दूर भोंडे आधुनिक रंग—रूप में दिखाए गए हैं। तथ्यों को भी बहुत सतही तरीके से दिखाया गया है, उनसे अपनी सुविधानुसार छेड़छाड़ की गई है। फिल्म आदिपुरुष हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम तथा तमिल भाषाओं में भी प्रदर्शित की गई है।
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