10 साल पहले आज ही के दिन केदारनाथ में प्रलय आई थी और उसमें हजारों श्रद्धालुओं की जान चली गई थी। त्रासदी इतनी भयानक थी कि पूरी केदारनगरी उजड़ गई, बावजूद इसके बाबा केदार के मंदिर को आंच तक नहीं आई। आज बाबा केदार का धाम फिर से सज संवर गया है। लाखों लोग आस्था और समर्पण भाव से उनके दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में बाबा केदार नगरी के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया था, जो आज भी जारी है। पहले चरण में 225 करोड़ के पुनर्निर्माण का कार्य हुआ, जिसमें हेलीपैड, मन्दाकिनी गंगा को व्यवस्थित उसके घाट का निर्माण, केदार नगरी के चारों ओर सुरक्षा दीवार का निर्माण, अस्पताल, कोरिडोर जैसे कार्य शामिल हैं। दूसरे चरण में 197 करोड़ की लागत से आस्था पथ, जगत गुरु शंकराचार्य समाधि स्थल, पैदल यात्रामार्ग पर रेन शेल्टर, जैसे काम पूरे करवाए गए। तीसरे चरण में 148 करोड़ रुपए के काम अभी होने हैं, जिनमें पुरोहित के रहने की आवास व्यवस्था, प्रशासनिक भवन जैसे काम होने हैं।
पीएम मोदी ने पिछले अक्टूबर माह में गौरीकुंड से केदारनाथ रोपवे बनाए जाने के लिए शिलान्यास किया है। पहले चरण का ये कार्य शुरू हो रहा है, जबकि दूसरे चरण में सोन प्रयाग से गौरीकुंड का काम पूरा करवाया जाएगा। रोपवे बन जाने से 3600 यात्री प्रति घंटे में केदारनाथ चंद मिनटों में पहुंच सकेंगे। करीब दो हजार करोड़ की लागत से ये रोपवे प्रोजेक्ट पूरा किया जाना है। इसके अलावा पीएम मोदी ने यहां एक हज़ार करोड़ की अन्य यात्री सुविधाओं से जुड़ी परियोजनाओं को शुरू करवाया है।
सीएम धामी पहुंचे केदारनाथ
सीएम पुष्कर सिंह धामी आज प्रातः ही बाबा केदारनाथ के दर्शन करने पहुंच गए। रुद्र जलाभिषेक करने के उपरांत उन्होंने कहा कि आज का दिन कभी नहीं भूलने वाला है, बाबा केदरनाथ की नगरी में हुई त्रासदी के दिन हम उन सभी हुतात्माओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं, जिन्हें यहां मृत्यु लोक प्राप्त हुआ। सीएम धामी के साथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय और अन्य प्रतिष्ठित लोगों ने भी हवन कर मृतकों के प्रति आदर प्रकट किया। सीएम धामी ने कहा कि बाबा केदारनाथ में लाखों श्रद्धालुओं का अटूट विश्वास, श्रद्धा है, जो इतनी बड़ी त्रासदी के बावजूद यहां उनके दर्शन करने आ रहे हैं।
विकास कार्यों का सीएम ने किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों को भी देखा और वहां मौजूद प्रोजेक्ट अभियंताओं से चर्चा कर दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्य प्रगति में तेजी और गुणवत्ता बनी रहनी चाहिए।
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