सहारनपुर में हिंदू संगठनों के नेताओं ने कहा है कि यदि हिंदू-मुस्लिम के लिए सौहार्द की दारुल उलूम को इतनी चिंता है तो वो लव जिहाद के खिलाफ फतवा जारी करे। हिंदूवादी नेताओं का आरोप है कि हिंदू लड़कियों से निकाह करने और उनका मतांतरण कराने के मामलों में देवबंद के मुफ्ती खामोश क्यों रहते हैं और क्यों ऐसे लोगों को प्रलोभन और सम्मान करते हैं?
शहर में क्रांति सेना और शिव सेना के नेताओं ने एसएसपी डॉ विपिन ताडा से मिलकर ये कहा है कि वे दारुल उलूम से एक फतवा जारी करवाना चाहते हैं और पुलिस-प्रशासन इसके लिए उनसे बैठक करवाए। एसएसपी ने इस विषय पर वार्ता करने के लिए देवबंद के सीओ राम करण को जिम्मेदारी दे दी है।
जानकारी के मुताबिक दारुल उलूम के मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी मोहतमिम फोन पर असमर्थता जाहिर करते हुए कहा कि फतवे लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाता है और इसके लिए मुफ्तियों की खंडपीठ में फैसला लिया जाता है।
क्रांति सेना के संयोजक योगेंद्र सिरोही ने कहा कि दुनियाभर में आपसी सौहार्द की ज्ञान भरी बाते बोलने वाले दारुल उलूम के मुफ्तियों ने आज तक मतांतरण, लव जिहाद जैसे मामलों पर विरोध करने का एक भी फतवा जारी नहीं किया। इनके द्वारा हिंदू लड़की से निकाह और मतांतरण कराने वालों को धन, प्रलोभन, सम्मान दिया जाता है।
योगेंद्र सिरोही ने कहा कि जिस दिन गैर हिंदू समाज ये हरकतें छोड़ देगा। उसी दिन देश में अमन चैन कायम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी तकरीरें करने वाले मौलवी, मुफ्ती, कट्टरपंथ से जकड़े हुए हैं और इनके द्वारा हिंदू लड़कियों को फंसाने के षड्यंत्र रचे जाते रहे हैं।
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