कोटद्वार : (पौड़ी) रिखणी खाल ब्लॉक के मेलधार,डुंगरियाल तोक में इन दिनों जल स्रोत के आगे अमृत सरोवर बनाने का काम चल रहा है। जिसमें एक दर्जन से अधिक मजदूर तलाब बनाने के लिए काम कर रहे थे, इस दौरान जंगल से आए बाघ की दहाड़ से श्रमिक भाग खड़े हुए और पास की झाड़ी में जा छिपे।
बाघ ने जल स्रोत पर पहुंच कर पानी पिया और करीब दो घंटे तक पानी में ही बैठा रहा, श्रमिकों ने ठेकेदार को इसकी सूचना दी। ठेकेदार ने वन विभाग की चौकी पर खबर की। तेज गर्मी में करीब दो घंटे पानी में बैठने के बाद बाघ जंगल की तरफ चला गया। जिसके बाद मजदूर झाड़ियों से बाहर निकले और उन्होंने राहत की सांस ली।
वन विभाग के दीवा रेंज के आर.ओ. महेंद्र रावत और उनकी टीम भी मौके पर पहुंची और उन्होंने श्रमिकों से बातचीत की। इस दौरान श्रमिक बेहद घबराए हुए थे। रावत ने उन्हें विश्वास दिलाया कि सरोवर के निर्माण के दौरान वनकर्मी वहां तैनात रहेंगे। इसी के साथ उन्होंने कहा कि बाघ को कोई छेड़े नहीं, उन्होंने बताया कि बाघ अकसर इस जल स्रोत पर आते हैं और अपनी प्यास बुझाते हैं।
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