पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अराजक कहते हुए ‘बातचीत’ की उनकी पेशकश का ठुकरा दिया है। इसके साथ ही इमरान की पार्टी पीटीआई के जल्दी ही प्रतिबंधित होने की अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है।
संभवत: पाकिस्तान में जारी राजनीतिक धुंधलके और अपनी करीब 27 साल पुरानी पार्टी पीटीआई पर सेना की गाज गिरने की संभावनाओं को देखते हुए इमरान ने ‘सत्ता में जो बैठे हैं उनसे बातचीत’ की पेशकश की थी, लेकिन प्रधानमंत्री शरीफ ने उनकी इस पेशकश की अपने दो टूक जवाब से हवा निकाल दी। शरीफ ने यहां तक कह दिया कि ‘अराजकता फैलाने वालों तथा आगजनी करने वालों से कोई बातचीत नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि ऐसे अराजक तत्व ‘नेताओं’ का बाना ओढ़े हैं।
शरीफ का यह बयान कल आया है और इसने फिलहाल इमरान के लिए ‘बातचीत’ के सारे दरवाजे बंद कर दिए हैं। सेना पहले ही इमरान और पीटीआई से मुंह फुलाए बैठी है। ऐसे में लगता है इमरान का राजनीतिक भविष्य सहज नहीं रहने वाला है। पाकिस्तान के अंग्रेजी दैनिक ‘द न्यूज’ ने इस पर प्रकाशित की अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि प्रधानमंत्री शरीफ ने यह तो कहा कि राजनीतिक प्रक्रियाओं में बातचीत जरूरी पहलू है। इससे लोकतंत्र मजबूत और विकसित होता है। लेकिन, शरीफ ने यह भी कहा जब राजनीतिक पार्टियां आम सहमति बनाने के लिए वार्ता की टेबल पर साथ बैठती हैं तो अनेक राजनीतिक तथा संवैधानिक कामयाबियां मिलती हैं। परन्तु साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि इमरान खान की पार्टी बहुत अलग राह पर है।
प्रधानमंत्री शरीफ ने यह तो कहा कि राजनीतिक प्रक्रियाओं में बातचीत जरूरी पहलू है। इससे लोकतंत्र मजबूत और विकसित होता है। लेकिन, शरीफ ने यह भी कहा जब राजनीतिक पार्टियां आम सहमति बनाने के लिए वार्ता की टेबल पर साथ बैठती हैं तो अनेक राजनीतिक तथा संवैधानिक कामयाबियां मिलती हैं। परन्तु साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि इमरान खान की पार्टी बहुत अलग राह पर है।
इसी रिपोर्ट में आगे है कि अराजकता फैलाने वाले तथा आगजनी करने वाले नेता का बाना ओढ़कर जब देश के संस्थानों पर चोट करते हैं, वे किसी भी तरह से बातचीत के काबिल नहीं होते। इसके बजाय उन्हें उनकी उग्र हरकतों के लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए। शरीफ का यह बयान इमरान खान की इस पेशकश के बाद आया था कि वह सत्ता में बैठे किसी भी व्यक्ति से वार्ता को तैयार हैं। यहां बता दें कि इमरान की पार्टी के कई बड़े नेता कड़ी कार्रवाई और जेल जाने के डर के मारे पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। ऐसे में इमरान ने यह नया राजनीतिक पैंतरा चला है जिससे उनकी राजनीति चलती रहे।
उल्लेखनीय है कि इमरान ने कहा था कि वह एक कमेटी बना रहे हैं। यह कमेटी सत्ता में बैठे किसी भी व्यक्ति से बात करेगी। द न्यूज लिखता है, अभी गत सप्ताह ही पीटीआई ने अपने प्रमुख के कहने के बाद वर्तमान सरकार के साथ ‘वार्ता’ के लिए सात लोगों का एक दल गठित किया है।
लेकिन पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह इमरान पर लगातार हमलावर हैं। वे जिस भी कार्यक्रम में जाते हैं वहां यह कहना नहीं भूलते कि सेना की अदालत इमरान खान के विरुद्ध मुकदमा चलाएगी। इधर ‘डॉन न्यूज’ के एक कार्यक्रम में पहुंचे राणा सनाउल्लाह ने पीटीआई पार्टी के अध्यक्ष पर आरोप लगाया है कि 9 मई को गिरफ्तार होने से पूर्व इमरान ने खुद सेना के प्रतिष्ठानों पर हमले की साजिश रची थी। राणा के अनुसार, उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत मौजूद हैं।
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