‘भारत में संत और आचार्य परंपरा’ पर व्याख्यान
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम संघ

‘भारत में संत और आचार्य परंपरा’ पर व्याख्यान

शिमला में इंडियन इंस्टीट्यूट आफ एडवांस्ड स्टडीज द्वारा ‘भारत में संत और आचार्य परंपरा’ विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया।

by WEB DESK
May 30, 2023, 02:22 pm IST
in संघ
व्याख्यानमाला को संबोधित करते हुए डॉ. कृष्णगोपाल

व्याख्यानमाला को संबोधित करते हुए डॉ. कृष्णगोपाल

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

प्राचीनकाल में भारत तकनीकी, व्यापार, कला, संगीत और साहित्य में अग्रणी था। इसका लोहा विश्व भी मानता है, लेकिन इस सभी के मूल में यहां के संत, आचार्य और गुरु रहे हैं। उन्होंने गुरु और शिष्य के महत्व को बताते हुए कहा कि महर्षि कण्व के आश्रम में शिक्षा लेने वाला शिष्य भी राजा दुष्यन्त को कहता है कि आश्रम के आस-पास के हिरणों को कोई मार नहीं सकता।

गत दिनों मई को शिमला में इंडियन इंस्टीट्यूट आफ एडवांस्ड स्टडीज द्वारा ‘भारत में संत और आचार्य परंपरा’ विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसे संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल ने कहा कि प्राचीनकाल में भारत तकनीकी, व्यापार, कला, संगीत और साहित्य में अग्रणी था। इसका लोहा विश्व भी मानता है, लेकिन इस सभी के मूल में यहां के संत, आचार्य और गुरु रहे हैं। उन्होंने गुरु और शिष्य के महत्व को बताते हुए कहा कि महर्षि कण्व के आश्रम में शिक्षा लेने वाला शिष्य भी राजा दुष्यन्त को कहता है कि आश्रम के आस-पास के हिरणों को कोई मार नहीं सकता।

प्राचीनकाल में भारत तकनीकी, व्यापार, कला, संगीत और साहित्य में अग्रणी था। इसका लोहा विश्व भी मानता है, लेकिन इस सभी के मूल में यहां के संत, आचार्य और गुरु रहे हैं

-डॉ. कृष्णगोपाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह

उन्होंने गुरु आर्यभट्ट, आचार्य चाणक्य, महर्षि वाल्मीकि, नागार्जुन, घोषा, गार्गी, अपाला, शोनक ऋषि, अंगिरा, गुरु रविदास, नानक, कबीर, महर्षि अरविंद, आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय, रवींद्रनाथ ठाकुर, स्वामी श्रद्धानंद, महामना मालवीय, जे.के. मेहता, महेश चंद्र, आत्माराम, मुसलगांवकर, डॉ. सुब्रहमण्यम् शास्त्री जैसे गुरुओं और आचार्यों द्वारा स्थापित उच्च आदर्शों की भी जानकारी दी। इस अवसर पर इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ एडवांस्ड स्टडीज के पूर्व अध्यक्ष प्रो. कपिल कपूर, वर्तमान अध्यक्ष प्रो. शशि प्रभा कुमार, संस्थान के निदेशक प्रो. नागेश्वर राव सहित शिमला शहर के गणमान्य जन भी उपस्थित थे।

शंकरदेव शिशु निकेतनों के छात्रों का उत्कृष्ट प्रदर्शन

गुवाहाटी स्थित शंकरदेव शिशु निकेतन की अलग-अलग शाखाओं में पढ़ने वाले छात्रों ने असम हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। बता दें कि इन विद्यालयों का संचालन विद्या भारती से संबद्ध शिशु शिक्षा समिति, असम द्वारा होता है। शंकरदेव शिशु निकेतन, ठेकियाजुली के छात्र हृदम ठाकुरिया ने राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

तृतीय स्थान शंकरदेव शिशु निकेतन, बाहरघाट के छात्र मृगांक भट्टाचार्य, चतुर्थ स्थान बंचित चौधरी, शंकरदेव शिशु निकेतन साथेर्बारी के छात्र रितुपन दास, पंचम स्थान शंकरदेव शिशु निकेतन, अमोलापट्टी के छात्र निलोत्पल मंडल, छठा स्थान शंकरदेव शिशु निकेतन, बोरका सतगांव की छात्रा सन्दिता दास, सातवां स्थान शंकरदेव शिशु निकेतन, बाघमारा की छात्रा प्लबिता दास एवं शंकरदेव शिशु निकेतन, भवानीपुर के छात्र पिजुश नाथ, आठवां स्थान शंकरदेव शिशु निकेतन, रामदिया के छात्र अर्णव ज्योति दास तथा नवम स्थान शंकरदेव शिशु निकेतन, शिमलगुरी की छात्रा बरषा चेतिया ने प्राप्त किया है। उल्लेखनीय है कि 2022-23 में असम की हाई स्कूल परीक्षा में 336 शंकरदेव शिशु/विद्या निकेतनों से 9,956 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इनमें से 5,981 छात्रों ने प्रथम श्रेणी, 2,999 छात्रों ने द्वितीय और 506 छात्रों ने तृतीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है।

Topics: KabirMaharishi ArvindअपालाGuru AryabhattaमुसलगांवकरAcharya Prafulla Chandra RayMaharishi Valmikiशोनक ऋषिAcharya Chanakyaडॉ. सुब्रहमण्यम् शास्त्री  प्राचीनकालMahamana Malaviyaमहर्षि वाल्मीकिअंगिराNagarjunaभारत तकनीकीJ.K. Mehtaमहर्षि अरविंदगुरु रविदासGhoshaMahesh ChandraSwami ShraddhanandनानकGargiAtmaramव्यापारकबीरApalaगुरु आर्यभट्टकलाआचार्य प्रफुल्ल चंद्र रायShonak Rishiआचार्य चाणक्यसंगीतस्वामी श्रद्धानंदAngiraनागार्जुनडॉ. कृष्णगोपालमहामना मालवीयGuru Ravidasघोषारवींद्रनाथ ठाकुरजे.के. मेहताNanakRabindranath Tagoreगार्गीआत्माराममहेश चंद्र
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पद्म सम्मान-2025 : सम्मान का बढ़ा मान

Swami Shradhhanand

स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती: स्वराज्य, शिक्षा और सनातान धर्म के प्रखर प्रहरी

CM Yogi Aaditynath on Mahakumbh income

प्रयागराज, काशी और अयोध्या ने दिखाया भारत का पोटेंशियल, CM योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ से हुई आय पर कही बड़ी बात

बाली द्वीप के एक भित्ति चित्र में राम और सीता

जित देखें तित राम

जी. किशन रेड्डी, कोयला व खनन मन्त्री, भारत

‘चितंन-मंथन से ही समाज को मिलेगी दिशा

इफ्फीएस्टा का उद्घाटन करते प्रख्यात अभिनेता नागार्जुन। साथ में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ।

सिनेमा में भाषा नहीं है बाधा, IFFIESTA में बोले प्रख्यात अभिनेता अक्किनेनी नागार्जुन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies