नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल के पलक्कड़ जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक श्रीनिवासन की हत्या में शामिल पीएफआई कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। साहिर केवी पर चार लाख का इनाम था और हत्या के बाद से ही फरार चल रहा था।
केरल के पलक्कड़ में 16 अप्रैल 2022 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक श्रीनिवासन की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। मामले में 69 आरोपी हैं, जिनमें से एक की इसी साल जनवरी में मौत हो गई थी। एजेंसी अब तक 59 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। मामले में शामिल 11 लोग अभी भी फरार चल रहे हैं।
साहिर, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का सक्रिय सदस्य है। वह हिंदुओं में दहशत फैलाने और 2047 तक इस्लामिक राज्य स्थापित करने के पीएफआई के नापाक एजेंडे के तहत काम कर रहा था। आरोप यह भी है कि साहिर मामले के मुख्य आरोपियों को संरक्षण भी दे रहा था।
अरुवल से 20 बार किया गया था वार
हथियारों से लैस कुछ अज्ञात हत्यारे बाइक पर आए। श्रीनिवासन की दुकान में घुसकर अचानक चाकू और धारदार हथियार ‘अरुवल’ (कत्ती) से श्रीनिवासन पर हमला किया। हमला योजनाबद्ध तरीके से किया गया, जिसमें श्रीनिवासन को समझने-संभलने का मौका नहीं मिला। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, श्रीनिवासन पर 20 बार अरुवल से वार किए गए थे। ‘अरुवल’ केरल और तमिलनाडु में एक प्रकार का कृषि उपकरण है और इसका प्रयोग हथियार के रूप में भी होता है। इसका प्रयोग प्राय: गैंगस्टर करते हैं।
संजित की पत्नी के सामने की थी हत्या
इससे पहले संघ के एक और स्वयंसेवक की केरल में हत्या हुई थी। नवंबर 2021 में केरल के एलापल्ली में उस क्षेत्र के मंडल बौद्धिक प्रमुख ए. संजित की उनकी पत्नी के सामने ही हत्या कर दी गई थी।
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