गृहयुद्ध से बर्बाद हो रहे सूडान में भारत सरकार का ऑपरेशन कावेरी चल रहा है। वहां के भयानक हालात से भारतवासियों को सकुशल बाहर निकालने के लिए भारत की मोदी सरकार ने फौरन राहत का हाथ बढ़ाया है बल्कि अब तक सैकड़ों भारतीयों का रात—दिन एक करके उस देश से बाहर निकाला है।
ऑपरेशन कावेरी के अंतर्गत भारतीय नागरिकों का 10वां जत्था सूडान से जेद्दाह, सऊदी अरब पहुंचा तो लोगों की आंखें खुशी से नम हो गईं। भारत माता की जय और मोदी जिंदाबाद के बीच ये भारतीय खुद को सकुशल सूडान से बाहर पाकर बहुत खुश हैं। दसवें जत्थे में 135 यात्री थे।
इस बीच खबर मिली है कि सूडान की सेना और अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेस के मध्य सऊदी अरब और अमेरिका की मध्यस्थता में हुआ संघर्षविराम 72 घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है। दोनों पक्ष इस पर सहमत हुए हैं। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया है कि भारतीय वायुसेना के सी-130जे विमान ने पोर्ट सूडान से जेद्दाह के लिए उड़ान भरी जिसमें 10वें जत्थे में 135 लोग सूडान से सकुशल बाहर निकले हैं।
उल्लेखनीय है कि सूडान से जेद्दाह पहुंचने वाले भारतीयों की वहां अगवानी करने के लिए केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन स्वयं जेद्दाह में हैं। वहां पहुंचकर मुरलीधरन ने जो ट्वीट किया था, उसमें उन्होंने सूचित किया था कि जेद्दाह हवाईअड्डे पर उन्होंने भारतीयों के 8वें जत्थे की अगवानी की है। जत्थे में सूडान में कार्यरत भारतीय दूतावास के कर्मचारियों के परिवार के लोग भी शामिल हैं। सबने युद्धग्रस्त देश से बाहर निकलकर राहत की सांस ली है। सूडान में अंदाजन लगभग तीन हजार भारतीय बसे हुए थे। बताया जा रहा है कि भारत का ऑपरेशन कावेरी जल्दी ही सफलता
के साथ संपन्न हो जाएगा।
इससे पूर्व जेद्दाह पहुंचे 362 भारतीयों का एक दल वहां से बेंगलुरु के लिए रवाना हो चुका था। विदेश राज्यमंत्री मुरलीधरन ने उस मौके पर अपने ट्वीट में लिखा, ‘सूडान से बचाकर लाए गए 362 भारतीय लोगों को जेद्दाह से बेंगलुरु के लिए रवाना किया है और बहुत खुशी हो रही है’। इनमें ‘हक्की पिक्की’ जनजाति के लोग भी हैं।’ उल्लेखनीय है कि कर्नाटक की हक्की पिक्की जनजाति के 31 लोग सूडान में फंसे थे, जिन्हें सुरक्षित निकाला गया था। इनके अलावा 392 भारतीय जेद्दाह से दिल्ली के लिए रवाना हुआ हैं। अभी तक भारतीय नागरिकों के 10जत्थे सूडान से सुरक्षित जेद्दाह पहुंचाए जा चुके हैं।
इधर सूडान में तीन दिन का संघर्षविराम चल रहा था, कल रात इसे आगे 72 घंटे के लिए बढ़ाया गया है। इस संघर्षविराम के मध्यस्थता सऊदी अरब और अमेरिका ने की है। संघर्षविराम को और बढ़ाने का प्रस्ताव अमेरिका और सऊदी अरब के अलावा नॉर्वे, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात के राजदूतों ने दिया था। यह संतोष की बात है कि सूडान के दोनों विरोधी खेमे इस संघर्षविराम के लिए तैयार हुए। इससे हुआ ये कि सूडान में फंसे दूसरे देशों के लोगों को सकुशल निकाला जा सका। हालांकि संभावना बनी हुई थी कि कहीं कोई पक्ष गोलाबारी न शुरू कर दे।
सूडान में वर्तमान युद्ध सेना अध्यक्ष अब्देल फतह अल बुरहान तथा अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स के प्रमुख कमांडर मोहम्मद हमदान दागलो के बीच का युद्ध है। अभी तक प्राप्त समाचारों के अनुसार, युद्ध में सैकड़ों की जानें जा चुकी हैं और हजारों बेकसूर लोग बुरी तरह जख्मी हुए हैं।
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