हिंदू धर्म के सबसे बड़े धाम माने जाते श्री बद्रीनाथ ,मंदिर परिसर पर नए कॉरिडोर बनाने का काम शुरू हो गया है। करीब पांच सौ करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर मंदिर के आसपास और सामने की तरफ से भवनों को हटा कर मार्ग अहाते को खुला किया जा रहा है।
उत्तराखंड में पीएम मोदी की इच्छा थी कि आपदा के बाद केदारनाथ धाम में कॉरिडोर बनाया जाए इस काम को अब लगभग पूरा कर लिया गया है करीब दो हजार करोड़ रु पीएमओ की देखरेख में यहां खर्च किया गया है। पीएम मोदी ने अब हिंदू धर्म के सबसे बड़े धाम कहे जाते श्री बद्रीनाथ मंदिर के परिसर को कॉरिडोर में बदलने की योजना पर काम शुरू करवा दिया गया है। जानकारी के मुताबिक इस काम के लिए बाधक बन रहे भवनों को ध्वस्त कर दिया जा रहा है। जिनके भवन थे उन्हे नई जगह दी जाएगी। करीब पांच सौ करोड़ के प्रथम चरण के इस प्रोजेक्ट को पीएमओ सीएमओ स्वयं देख रहा है। पीएमओ में रह चुके पीएम मोदी के सेवानिवृत सचिव श्री भास्कर खुल्बे इस कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी मुख्य सचिव एस एस संधू के साथ साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को हर पन्द्रह दिन की कार्य प्रगति की रिपोर्ट लेकर पीएमओ में देनी है।कॉरिडोर का ये प्रोजेक्ट अगले दो सालो में पूरा होने की उम्मीद की जा रही है, यहां आने वाले हजारों तीर्थ यात्रियों के लिए अन्य सुविधाएं भी जुटाई जा रही है।
बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के मुताबिक इस कॉरिडोर के निर्माण की वजह से इस साल तीर्थ यात्रियों को कुछ दिक्कतें आ सकती है, हम इसके लिए व्यवस्थाएं की है, यात्रियों के मंदिर आने जाने के लिए अलखनंदा नदी पर एक नए अस्थाई पुल की भी व्यवस्था कर ली गई है।
उल्लेखनीय है कि बद्रीनाथ तक पीएम मोदी ने आल वेदर रोड पहुंचा दी है और पिछले साल माणा ग्राम के दौरे के दौरान उन्होंने यहां के लोगो को विश्वास दिलाया था कि आज से माणा ग्राम भारत का आखिरी नही पहला ग्राम कहलाएगा। पीएम मोदी बार बार ये कहते रहे है कि आने वाले दशक में इतने तीर्थ यात्री यहां आएंगे जितने पिछली एक सदी में भी नही आए होंगे। ये हकीकत भी है कि पीएम मोदी के दौरे के बाद यहां तीर्थयात्रियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है ,पहले यहां हरबसाल करीब दस से बारह लाख तीर्थ यात्री आते थे जो बढ़ कर अब बीस लाख के करीब पहुंच गए है।
पीएम मोदी ने उसी दौरे में भगवान श्री बद्रीनाथ के दर्शन करने के दौरान यहां के कॉरिडोर को बनाए जाने की योजना पर स्वीकृति प्रदान कर दी थी।जिसपर बर्फ हटते ही काम शुरू हो गया है।
पाञ्चजन्य ने इस कार्य प्रगति की पहली तस्वीरें आप तक पहुंचाने का प्रयास किया है।
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