भोपाल। किसी भी मत, पंथ, धर्म, मजहब को छोड़कर किसी अन्य के विश्वास को ग्रहण करना आसान नहीं होता है, ऐसे में एक युवक तर्क एवं वैज्ञानिकता के आधार पर इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म में वापस आया है। इसके लिए वह 18 घंटे में 1300 किमी की यात्रा कर वह जालना से दतिया स्थित पंडोखर धाम पहुंचा और उसने हनुमान चालीसा का पाठ पढ़कर स्वेच्छा से सनातन हिन्दू धर्म में वापसी की है।
जिस युवक ने इस्लाम छोड़कर सनातन हिन्दू धर्म को अपनाया, उसका नाम जावेद पुत्र शेरखा तड़वी है। वह उदासीन अखाड़ा कांची पुरम के महंत स्वामी वैरागानंद भी उपस्थित में पंडोखर धाम में चल रहे महोत्सव में शामिल होने महाराष्ट्र के जालना से चलकर मध्य प्रदेश के दतिया जिले में आया हुआ है।
पंडोखर धाम के सचिव मुकेश गुप्ता ने इस संबंध में बताया कि इस युवक की आयु 32 वर्ष है और यह जावेद तड़वी नाम से अब तक जाना जाता रहा है, किंतु अब से यह जावेद न होकर शिवेन्द्र नाम से पुकारा जाएगा। इन्होंने भगवान हनुमानजी की प्रेरणा से हनुमान चालीसा का पाठ करने के पश्चात सनातन हिन्दू धर्म में स्वेच्छापूर्वक वापसी की है ।
उन्होंने बताया कि यह नया शिवेन्द्र नाम पंडोखर सरकार गुरुशरण महाराज ने उन्हें प्रदान किया है। आचार्य उमाशंकर शास्त्री द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार एवं विधि पूर्वक सनातन धर्म की तर्क एवं विज्ञान सम्मत महत्ता बताते हुए जावेद का शुद्धिकरण कराया गया, जिसके बाद उसने शिवेन्द्र बन सनातन धर्म में प्रवेश किया।
जावेद से अब शिवेन्द्र बन चुके सनातनी का कहना है वह अपने मित्र के साथ सबसे पहले पंडोखर सरकार के दरबार में गया था, वहां उसने सामने जो अनुभव किया, उससे उसे सनातन हिन्दू धर्म के बारे में जानने की प्रेरणा हुई, उससे यहीं से सनातन से जुड़े धर्म ग्रंथों का अध्ययन शुरू किया, जितना जाना उतना और अधिक जानने की इच्छा पैदा होती गई। इस बीच वह चारों धामों की यात्रा कर आया। शिवेन्द्र का कहना यह भी रहा कि वह अनेक बार माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गया तथा सभी बारह ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने भी वह जा चुका है। सनातन धर्म से प्रभावित होकर उसने अपने लिए सनातन हिन्दू धर्म का मार्ग चुना है। यहीं मुक्ति और मोक्ष है।
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