प्रयागराज में कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात गोली मारकर की गई हत्या के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को सभी जिलों में निषेधाज्ञा (सीआरपीसी की धारा 144) लागू कर दी। राज्य के संवेदनशील शहरों पर पुलिस की कड़ी नजर है। विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
शनिवार देर रात ही मुख्यमंत्री आवास पर योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी और एडीजी के साथ बैठक की। अतीक और अशरफ की सुरक्षा में तैनात रहे 17 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने आज अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। वह लगातार प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने हर दो घंटे पर रिपोर्ट देने को कहा है। मुख्यमंत्री आवास पर किसी के आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई है। साथ ही उनके आवास की सुरक्षा बढ़ाई गई है। आज सुबह प्रयागराज में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है। मऊ, मथुरा, कानपुर, अयोध्या, बांदा और लखनऊ में पुलिस ने रात को कई बार फ्लैग मार्च किया।
झांसी में एक मुठभेड़ में अतीक अहमद का बेटा असद मारा जा चुका है। कल ही उसे प्रयागराज में दफनाया गया था। माफिया से नेता बना अतीक और उसका भाई अशरफ शनिवार रात प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय मारे गए। अतीक 2005 के बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड और इस साल फरवरी में हुए उमेशपाल हत्याकांड में भी आरोपी था।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार का कहना है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अतीक-अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। तीनों से प्रयागराज में पूछताछ की जा रही है। इस बीच आरोपी लवलेश तिवारी के पिता ने कहा है कि उनका पुत्र से कोई संबंध नहीं है। वह नशेड़ी प्रवृत्ति का है। एक बार जेल भी जा चुका है। वह घर कभी कभार ही आता था। आरोपी लवलेश बांदा का रहने वाला है।
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