देहरादून/चकराता । हिमाचल प्रदेश से लगे उत्तराखंड के उत्तराखंड समाचार, जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर, राकेश उत्तराखंडी, त्यूनी चकराता का संस्कृति माहौल, जौनसार बावर, क्षेत्र में मुस्लिम वन गुज्जरों के जरिए कट्टरपंथी देवबंदी लोग कैसे यहां की जनसंख्या बढ़ा रहे है? इस बारे में यहां सक्रिय संगठन रुद्र सेना ने स्थानीय जनता को जागरूक किया है।
रुद्र सेना के अध्यक्ष राकेश तोमर उत्तराखंडी ने कांग्रेस के विधायक प्रीतम सिंह पर खुला आरोप लगाया है कि वो वोट बैंक की राजनीति करके यहां की संस्कृति को दांव पर लगाने का काम कर रहे है।
राकेश उत्तराखंडी बताते है लैंड जिहाद जौनसार बावर में 1984 में त्युनी तहसील में एक खान पटवारी आया था तथा उसने जौनसार बावर की जमीन को साज़िश के तहत वन गुर्जरों के नाम करके यहां विवाद को जन्म दिया। उस वक्त जमीन बंदोबस्त के समय जो खेल उक्त खान पटवारी ने किया उसके परिणाम आज महसूस कर क्षेत्रवासी सकते में हैं कि कैसे हमारे दादा परदादा की जमीन इन लोगों के नाम वो कर गया।
राकेश उत्तराखंडी कहते है डेमोग्राफी चैंज की कहानी भी यहीं से बयां होनी शुरू होती है यहां पटवारी ने दो मुस्लिम वन गुज्जर परिवार के नाम जमीन कर दी थी ओर उसमे 30 लोगो की बसावट दिखा दी अब ये तीस परिवार हो चुके है सभी के आधार कार्ड राशन कार्ड आयुष्मान कार्ड तमाम सरकारी दस्तावेज बने हुए है पुरटाड गाँव के ग्रामीण बताते है की हमारे अब भी परिवार 30 है और ये 30 साल में तीस परिवार हो गये जिन्होंने डेमोग्राफि को चैंज कर दिया। इनके दस्तावेज बनवाने में चकराता विधायक का संरक्षण मिला और वोट बैंक की राजनीति ने हमारे क्षेत्र की जनजाति संस्कृति को आघात पहुंचाया।
पुरटाड क्षेत्र के एक बुजुर्ग मोहन सिंह बताते पहले ये वन गुज्जर मुस्लिम व्यवहार में बिल्कुल नहीं थे तथा ये गुर्जरी टोपी चोटी वाली पहनते थे भोले भाले थे और हमारे परिवारों के साथ व्यवहार रखते थे। लेकिन अब ये और इनके बच्चे देवबंद मदरसे में जाते वहां ये मुस्लिम धर्म प्रचारक यहां आते है और ये लोग तब्लीगी जमात में चार चार महिने के लिए जाते है और जब ये बाहर से क्या ऐसा सीख कर आते है जो ये अपने बच्चों को भी कट्टरवाद की शिक्षा देते हैं?
राकेश उत्तराखंड बताते है त्यूनी में धनराश क्षेत्र में मुस्लिम वन गुज्जरों के अब 31 परिवार रहते हैं जहां इन्होंने स्थानीय लोगो की जमीनें बल पूर्वक हथिया ली है जिसकी शिकायत तहसील में भी दर्ज है। जिनमें शमशेर अली, सम्मा व अकबर अली ने रमेश डोभाल व दौलत राम आदि की जमीन पर क़ब्ज़ा किया है।
सत्तार व शमशेर अली व रमज़ान आदि ने कृपाराम ,जोतराम,मोहनलाल आदि की जमीन पर क़ब्ज़ा किया है और वहीं अवैध रूप से मदरसा, रतन जी, परमानन्द, रमेश आदी की जमीन को क़ब्ज़ा कर बनाया है। मो इशाक पप्पू हूसैन आदी ने रतन आदि की तथा जौनसारी समाज की जमीन पर क़ब्ज़ा कर निक्का ,असरफ अली मामसेन गुलाम पप्पी हैदर आदी ने मकान बनाए है।ये लैंड जिहाद नही तो क्या है,इस मामले की शिकायते हुई तो विधायक ने दबवा दी।
राकेश तोमर बताते है त्यूनी में जब से रुद्र सेना ने इन मुद्दों पर एक जुटता दिखलाई है तो वन गुज्जरों और इनका साथ देने आ रहे मुस्लिम सेवा संगठन के लोग उन्हें आतंकवादी बताने लगे है। उन्होंने बताया कि एक वन गुज्जर ने तो अपनी जमीन बेच कर दूसरे को दे दी फिर भी उसके पिछले पाँच साल से राशन कार्ड,आधार कार्ड वोटर कैसे पुरटाड गांव में बने हुए है?
रुद्र सेना ने इन सभी शिकायतों के पत्र एक ज्ञापन के रूप में एसडीएम त्यूनी को दिए है। जिस पर युक्ता मिश्रा, एसडीएम, त्युनी ने कहा की इन सभी मामलो की जांच की जा रही है यदि शिकायत सही पाई गई तो अतिक्रमण पर कारवाई की जाएगी और जरूरी हुआ तो इन्हें बल पूर्वक हटाया जाएगा।
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