मुजफ्फरनगर। यूपी की मुजफ्फरनगर पुलिस ने कुख्यात डकैत राशिद सिपहिया उर्फ चलता फिरता के आतंक का शनिवार को खात्मा कर दिया। 50 हजार का इनामी अपराधी राशिद दो साल पहले हुई क्रिकेटर सुरेश रैना के रिश्तेदार के घर में डकैती और बुआ-फूफा की हत्या की में शामिल रहा था। पुलिस और एसओजी के साथ मुठभेड़ में राशिद मारा गया है। मुठभेड़ में एक थाना प्रभारी भी जख्मी हुए हैं।
पुलिस के मुताबिक, एनकाउंटर में ढेर हुआ राशिद मूलरूप से राजस्थान के चडावाव का रहने वाला था और इन दिनों मुरादाबाद के भोजपुर क्षेत्र में छिपकर रह रहा था। डीआईजी ने तमाम संगीन अपराधिक मामलों में लिप्त इस अपराधी को जिंदा या मुर्दा पकड़ने को 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। अपराधी राशिद वारदात के इरादे से मुजफ्फरनगर पहुंचा था। थाना शाहपुर क्षेत्र के जंगल में शाम के वक्त सटीक सूचना पर पुलिस टीमों ने अपराधियों की घेराबंदी कर ली। दोनों ओर से हुई फायरिंग में राशिद चलता फिरता मारा गया। उसके पास से रिवाल्वर, तमंचा, कारतूस, बाइक बरामद हुए हैं। उसका एक साथी भागने में सफल रहा, जिसे पकड़ने को इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
अफसरों ने बताया कि इनामी बदमाश राशिद पठानकोट में क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा व बुआ की हत्या में शामिल रहा था। पंजाब के पठानकोट शहर में हुए डकैती कांड में शामिल कुछ अपराधी पहले ही पकड़े जा चुके थे। राशिद दो साल से फरार था। पठानकोट में यह घटना 19 अगस्त 2020 की रात हुई थी।
हथियारबंद बदमाशों ने क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार, बुआ आशा की हत्या कर मकान में लूटपाट की थी। एनकाउंटर में डकैत सरगना राशिद के मारे जाने से पुलिस ने राहत की सांस ली है। खतरनाक अपराधी राशिद के नाम से लोग खौफ खाते थे। लंबे समय से कई जिलों की पुलिस उसकी तलाश में जुटी थीं।
सीओ बुढ़ाना विनय गौतम ने बताया कि पुलिस और एसओजी के साथ मुठभेड़ में राशिद को गोली लगी थी। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया। मुठभेड़ में थाना शाहपुर प्रभारी बबलू कुमार भी जख्मी हुए हैं। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
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