खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल ने गुरुवार को एक और ऑडियो जारी करके कहा है कि उसने न तो आत्मसमर्पण की बात कही है और न ही पुलिस के सामने कोई शर्त रखी है। इस बारे में कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं।
गुरूवार को जारी ऑडियो में अमृतपाल ने आत्मसमर्पण करने की बात को नकारते हुए कहा कि वह पुलिस कस्टडी में टॉर्चर से नहीं डरता। इसमें अमृतपाल ने पिछली वीडियो के संबंध में सफाई भी दी कि वह किसी ने नहीं बल्कि उसने अपनी मर्जी से बनाई है।
अमृतपाल ने कहा वीडियो पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि मुझे कैमरे के सामने वीडियो बनाने की आदत नहीं है। उस दिन मेरी सेहत भी थोड़ी ढीली थी। संगतों को कहना चाहता हूं कि मैं चड़दीकला हूं। अमृतपाल ने इस ऑडियो में अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को नसीहत देते हुए कहा है कि सरबत खालसा बुला कर अपने जत्थेदार होने का सबूत दो। अगर हमने आज भी सियासत करनी है, वहीं करना है जो पहले करते रहे हैं, तो भविष्य में जत्थेदारी करके क्या करना है।
हमें आज यह बात समझनी चाहिए, आज समय है, कौम को एकजुट होना चाहिए। आज जुर्म सरकार कर रही है किसी पर भी, कल किसी और की बारी आ सकती है। मैं न जेल जाने से घबराता हूं और न ही पुलिस की कस्टडी के टार्चर से घबराता हूं। करने दो जो करना है।
अमृतपाल के बुधवार के वीडियो की जांच में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस के अनुसार यह वीडियो 28 मार्च को नेपाल के साथ सटे उत्तर प्रदेश के इलाके में शूट किया गया था। वीडियो को देश के बाहर से ब्रॉडकास्ट किया गया। पुलिस ने तीन आईपी एड्रेस की पहचान की है, जो कनाडा, यूके और दुबई से हैं। इन्हीं देशों से वीडियो को इंटरनेट पर डाला गया था।
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