उत्तराखंड में जी-20 देशों के पर्यावरण, जलवायु विशेषज्ञ आज अपनी बैठक करने जा रहे हैं। बैठक का उद्घाटन सत्र शाम को होगा। इसके लिए विदेशी और भारतीय मेहमान दोपहर 4 बजे तक कॉर्बेट के ताज रिजॉर्ट में पहुंच जाएंगे। जी-20 के मेहमान दिल्ली से पंतनगर फ्लाइट से आएंगे। वहां से उन्हें कॉर्बेट सिटी लाए जाने के लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था की गई है। पंतनगर से रामनगर तक करीब 70 किमी रास्ते को सजाया संवारा गया है। साथ ही रामनगर के सड़क किनारे हर घर की रंगाई पुताई की गई है। उत्तराखंड की संस्कृति, भोजन से रूबरू करवाने के लिए नैनीताल प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए है।
सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त
जी-20 की बैठक के मद्देनजर सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए हैं। तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एडीजी ने खुद कमान संभाली हुई है। कुमायूं आयुक्त दीपक रावत, आईजी नीलेश भरने, डीएम धीराज गर्ब्याल, एसएसपी पंकज भट्ट आदि अधिकारियों ने पिछले एक हफ्ते से रामनगर में डेरा डाला हुआ है।
बीजेपी ने चलाया सफाई अभियान
भारतीय जनता पार्टी ने पूरे शहर और आयोजन स्थल के आसपास सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सफाई अभियान चलाया। करीब छह घंटे अभियान चलाकर कूड़ा करकट बिनकर उसे निगम वाहन में डाला।
इन देशों के डेलीगेट होंगे शामिल
ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (जी-20) एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें 20 देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल होंगे। वहीं, मित्र देश बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात के डेलीगेट भी शामिल होंगे।
विश्व की ये 13 संस्थाएं होंगी शामिल
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने बताया कि समिट में विश्व की 13 संस्थाएं भी हिस्सा लेंगी। इसमें संयुक्त राष्ट्र (यूएन), अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (आईएमएफ), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), विश्व श्रम संगठन (आईएलओ), वित्तीय स्थिरता बोर्ड (एफएसबी), एटीडी (एशियाई विकास बैंक), ओईसीडी (ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कॉरपोरेशन एंड डेवलपमेंट), एयू चेयर (अफ्रीकन यूनियन), नेपाड चेयर (न्यू पाटर्नरशिप फॉर अफ्रीकन डिपार्टमेंट), एशियन चेयर (एसोसिएट ऑफ साउथ एशिया नेशन), आईएसए (इंटरनेशनल सोलर एलायंस), सीडीआरआई (कोलेशन फॉर डिजाइटर रिजलिंट इनफारट्रेक्चर) शामिल हैं।
इन बिंदुओं पर होगी भारत की प्राथमिकताएं
1. हरित, विकास, जलवायु वित्त और लाइफ।
2. त्वरित, समावेशी और लचीला विकास।
3. एसडीजी (सबस्टेनिबल डेवलेपमेंट गोल्स) पर प्रगति में तेजी लाना।
4. तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना।
5. 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थान।
6. महिलाओं के नेतृत्व में विकास।
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