पंजाब पुलिस ने वारिस पंजाब दे संगठन के अमृतपाल के खिलाफ एलओसी जारी किया है। आई. जी. पी. सुखचैन सिंह गिल ने चंडीगढ़ में प्रैस कान्फ्रेंस को संबोधन करते हुये बताया कि राज्य में अमन-शान्ति को भंग करने पर कुल 154 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि भगौड़े हुए अमृतपाल सिंह के विरुद्ध लुकआऊट सर्कुलर (एलओसी) और गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए निरंतर यत्न जारी हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यवाही में पंजाब पुलिस को दूसरे राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों का पूरा सहयोग मिल रहा है। अमृतपाल की अलग-अलग तस्वीरें सांझा करते हुए आईजीपी ने लोगों को भगौड़े के बारे जानकारी देने की अपील की।
जानिए कौन है अमृतपाल सिंह, जिसने सुलगाई खालिस्तान और अलगाववाद की आग?
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये आई. जी. पी. ने बताया कि जालंधर ग्रामीण पुलिस ने एक बरेज़ा कार (पी. बी. 02- ई.ई.-3343) बरामद की है, जिसका प्रयोग अमृतपाल की तरफ से 18 मार्च को उस समय किया गया था, जब पुलिस की टीमों ने उसके काफि़ले का पीछा कर रही थीं और पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। गिरफ्तार किये व्यक्तियों की पहचान मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना (28) पुत्र हरविन्दर सिंह निवासी नवांकिला शाहकोट, गुरदीप सिंह उर्फ दीपा (34) पुत्र मुखत्यार सिंह गाँव बल्ल नौ, नकोदर, हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी (36) पुत्र निर्मल सिंह निवासी गाँव कोटला नोध सिंह, होशियारपुर और गुरभेज सिंह उर्फ भेजा पुत्र बलवीर सिंह निवासी गाँव गोंदारा, फरीदकोट के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि इन चार मुलजिमों ने अमृतपाल को भागने में मदद की थी।
उन्होंने बताया कि यह बात भी सामने आई है कि अमृतपाल सिंह और उसके साथियों ने गाँव नंगल अंबिया के एक गुरुद्वारा साहिब में अपने कपड़े बदले और दो मोटरसाईकलों पर वहाँ से फरार हो गए।
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि पुलिस टीमों ने मोगा के गाँव राऊके के कुलवंत सिंह राउके और कपूरथला के गुरिन्दरपाल सिंह उर्फ गुरी औजला को भी राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट के अंतर्गत गिरफ़्तार करके हिरासत में ले लिया है। आईजीपी ने यह भी बताया कि मोहाली में धरना भी उठा लिया गया है। उन्होंने बताया कि 37 व्यक्तियों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।
टिप्पणियाँ