छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार को पुलिस के समक्ष एक लाख के इनामी नक्सली जनमिलिशिया कमाण्डर ने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सली कई नक्सल वारदातों में शामिल था।
सुकमा में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन की “पुनर्वास नीति” के प्रचार-प्रसार और सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “पूना नर्कोम अभियान”(नई सुबह, नई शुरुआत) एवं अदंरूनी क्षेत्रों में नवीन सुरक्षा कैम्पों के स्थापित होने से क्षेत्र में हो रहे विकासात्मक कार्यों से प्रभावित होकर नक्सली ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
नक्सल संगठन में मेहता आरपीसी अन्तर्गत जनमिलिशिया कमाण्डर ताती बुधरा पर एक लाख रुपये का इनाम छग शासन द्वारा घोषित था। आत्मसमर्पित नक्सली थाना कोंटा क्षेत्र का निवासी है। शनिवार को नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में एएसपी नक्सल ऑप्स रजत नाग, सुकमा एवं एएसपी डीआरजी संजय सिंह के समक्ष बिना हथियार के आत्मसर्मपण किया। इस नक्सली को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित करने में उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ रेंज सुकमा के रेंज फिल्ड टीम का विशेष प्रयास रहा।
आत्मसमर्पित नक्सली प्रतिबंधित नक्सली संगठन में जुड़कर थाना कोंटा एवं थाना भेजी क्षेत्रों में घटित विभिन्न नक्सली गतिविधियों में सम्मिलित रहा है। आत्मसमर्पित नक्सली को राज्य शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
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