संयुक्त राष्ट्र ने एसडीजी के 17 बिंदुओं को लेकर 2015 से 2030 तक के लक्ष्य निर्धारित किए हैं। सतत विकास के इन 17 लक्ष्यों में से एसडीजी-1 (गरीबी नहीं) एवं एसडीजी-3 (अच्छा स्वास्थ्य एवं जीवन स्तर) पर सम्मेलन में विस्तार से बात हुई।
गत दिनों चित्रकूट मेें दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल (एसडीजी) के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र ने एसडीजी के 17 बिंदुओं को लेकर 2015 से 2030 तक के लक्ष्य निर्धारित किए हैं। सतत विकास के इन 17 लक्ष्यों में से एसडीजी-1 (गरीबी नहीं) एवं एसडीजी-3 (अच्छा स्वास्थ्य एवं जीवन स्तर) पर सम्मेलन में विस्तार से बात हुई।
राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख की 13वीं पुण्यतिथि पर आयोजित इस सम्मेलन में विमर्श के दौरान प्राप्त सुझावों को संकलित कर राष्ट्र संघ की एजेंसियों, केंद्र सरकार, राज्य सरकारों एवं सतत विकास लक्ष्यों के व्यावहारिक कार्य में लगी संस्थाओं और शोध संस्थाओं को क्रियान्वयन के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
सम्मेलन का समापन 27 फरवरी को हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि थे नार्वे के पूर्व पर्यावरण एवं अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री एरिक सोलहेन। इस अवसर पर दीनदयाल शोध संस्थान के अध्यक्ष वीरेंद्रजीत सिंह, सतना के सांसद गणेश सिंह, संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री गोरेलाल सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।
राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख की 13वीं पुण्यतिथि पर आयोजित इस सम्मेलन में विमर्श के दौरान प्राप्त सुझावों को संकलित कर राष्ट्र संघ की एजेंसियों, केंद्र सरकार, राज्य सरकारों एवं सतत विकास लक्ष्यों के व्यावहारिक कार्य में लगी संस्थाओं और शोध संस्थाओं को क्रियान्वयन के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
यह भी सहमति बनी कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दस्तावेज भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों सहित केंद्र एवं राज्य सरकार के सचिवों को भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
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