हल्द्वानी में सितारगंज औद्योगिक क्षेत्र से पहले नधौर वाइल्डलाइफ सेंचुरी में हाल ही में बनाए गए अमृत सरोवर में इन दिनों हाथी पहुंच कर स्नान कर अपनी प्यास बुझा रहे है।
चोरगलिया, नंधौर संरक्षित वन क्षेत्र में स्थित है जहाँ हाल ही में वन विभाग द्वारा वन्य जीवों की पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगभग 100 फिट व्यास का एक जलाशय विकसित किया गया है, ये जलाशय प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ” अमृत सरोवर” का हिस्सा है।
यह सरोवर चोरगलिया से लगभग 3 किमी पहले हल्द्वानी की तरफ , सड़क से लगभग 20 मीटर दूरी पर बनाया गया है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य भूमि जल स्तर को उठाना और बारिश के पानी का संरक्षण करना है। इसका फायदा अब ये भी होने लगा है कि यहां वन्यजीव भी बड़ी संख्या में पहुंचने लगे है।
इस वन्य क्षेत्र में हाथियों, बाघ, हिरणों की अनेक प्रजातियां, जंगली सुअर के अजगर और कई किस्म के पक्षियों की भरमार है।
गर्मियों की शुरुआत होते ही हाथियों के झुंड पानी की तलाश में नंधौर, कैलासा और सूखी नदी की तरफ आने लगते हैं , बारिश न होने की वजह से ये नदियां अभी सूखी हुई है। शेर नाला के बिल्कुल पास बने इस सरोवर में गर्मी आने से पहले ही हाथियों का आगमन हो रहा है। कई दिनों एक हाथी अपराह्न में इस सरोवर में रोज आ रहा है जो भरपूर जलक्रीड़ा करता दिखाई पड़ता है। चूंकि इस क्षेत्र से हल्द्वानी सितारगंज राज्यमार्ग गुजरता है और व्यस्त मार्ग है इसलिए आते जाते राहगीरों को यह सरोवर मुक्त वन्यजीवों को नजदीक से देखने का मौका भी दे रहा है।
हालाँकि वन्यजीवों को राहगीरों की जमा भीड़ कितनी पसंद आएगी यह भविष्य ही बताएगा पर उन्हें इस गर्मी की ऋतु में वन्य जीव जंतुओं के लिए आसानी से पानी उपलब्ध हो जाएगा। संभवत इसी विजन के साथ पीएम मोदी ने अमृत सरोवर की कल्पना की होगी जो अब साकार हो रही है।
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