उत्तराखंड को देहरादून में नदियों में अवैध खनन का खेल चल रहा है। इस अवैध खनन के कारोबार में ऐसे सैकड़ों लोग जुड़े हुए हैं, जो यूपी से आकर यहां बस गए हैं। यहां नदियों से ट्रैक्टर-ट्रॉली और डंपरों द्वारा 24 घंटे बालू-पत्थर की चोरी हो रही है।
जैतनवाला क्षेत्र में नून नदी में अवैध खनन को रोकने गए पुलिस के एक सिपाही पर खनन माफिया ने ट्रैक्टर चढ़ाकर उसे घायल कर दिया। घायल सिपाही को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस मामले में वसीम, सोहेल, शमीम, अस्लेन को नामजद करते हुए गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। ये सभी आम वाला मस्जिद के पास के रहने वाले बताए गए हैं।
डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने कोतवाली कैंट के प्रभारी विनय कुमार को भी लाइन हाजिर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक पूरे देहरादून जिले की नदियों में अवैध खनन के कारोबार में यूपी से आए लोग सलिप्त हैं। इनके साथ मजदूर भी हैं, जो नेताओं के संरक्षण में नदियों के किनारे अवैध रूप से बसे हुए हैं।
हिमाचल बॉर्डर पर बहने वाली यमुना, कालसी, टोंस और आसन नदी क्षेत्रों में भी रात में अवैध खनन के लिए ट्रैक्टर, डंपर आते-जाते देखे जा सकते हैं। जिन्हें रोकने के लिए वन विभाग इसलिए खामोश रहता है क्योंकि यहां पुलिस के कथित संरक्षण में रेता बजरी का अवैध कारोबार पनप रहा है।
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