कैंची धाम में बाबा नीब करौरी महाराज की साधना स्थली के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ दिनोंदिन बढ़ रही है। कैंची धाम को अब एप्पल बाबा के धाम नाम से भी जाना जाने लगा है। कैंची धाम में अपनी युवा अवस्था में एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स आए थे। अपनी जीवनी में स्टीव जॉब्स ने इस बात का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा था कि बाबा ने उन्हें एक सेब को चख कर अपने प्रसाद के रूप में दिया वो प्रसाद ही उनके जीवन यात्रा में बदलाव लाया। यही वजह है उनका “लोगो” भी वही एप्पल की तरह है।
आध्यात्मिक शांति के लिए फेसबुक के सीईओ मार्क जुकेरबर्ग भी यहां आए, उनकी आस्था भी बाबा के प्रति रही है। ऐसे कई उदाहरण दुनियाभर में मिलते हैं, जो कहते हैं कि उन पर बाबा नीब करौरी जी की कृपा है। इसी विश्वास के साथ क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का ने भी यहां बाबा की साधना स्थली के दर्शन, हाल ही में किए थे।
विकास का डीपीआर तैयार
बाबा के धाम में खासतौर पर युवाओं की भीड़ दिनोंदिन बढ़ रही हैं। जिसको देखते हुए उत्तराखंड सरकार के तीर्थाटन और पर्यटन विभाग ने यहां स्थल विकास का डीपीआर तैयार कर लिया है। कैंची धाम अल्मोड़ा भवाली मार्ग पर है। सिंगल रोड होने की वजह से वहां रोज अब जाम लगने लगा है। यहां भविष्य में 163 वाहनों की पार्किंग, म्यूजियम और रेस्त्रां बनाया जाएगा।
श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था पर विचार
म्यूजियम में बाबा से जुड़ी वस्तुएं। संस्मरण चित्र आदि रखे जाएंगे, जिनकी देखभाल मंदिर प्रबंधन करेगा। इस बारे में मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक विनोद जोशी और जिला प्रशासन के बीच बैठक हो चुकी है। पर्यटन अधिकारी ब्रजेंद्र पांडे को इस प्रोजेक्ट का नोडल अधिकारी बनाया गया है। कैंची धाम के आसपास श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था करने पर विचार किया गया है। जिसमें भवाली और गर्मपानी क्षेत्र को चयनित किया गया है।
डीएम नैनीताल धीराज गर्ब्याल ने बताया कि सीएम धामी चाहते हैं कि मानस खंड तीर्थ कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत कैंची धाम का विकास किया जाए। इसी भावना से यहां स्थल विकास का काम शुरू कराया गया है।
टिप्पणियाँ