मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार आज जोशीमठ और आसपास के क्षेत्र में इस मौसम का पहला और भारी हिमपात हुआ है। बर्फबारी के बाद भू-धंसाव वाले क्षेत्रों में थोड़ी बेचैनी है। अनुमान है कि दरारों में एक बार फिर से बर्फ का पानी जाएगा और इसका परिणाम क्या होगा इस पर विशेषज्ञ अध्ययन करेंगे।
जोशीमठ हालात का जायजा लेने पहुंचे पर्यटन, तीर्थाटन मंत्री सतपाल महाराज ने होटलों में ठहरे हुए अधिकारियों की भीड़ पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जिनका काम है वो यहां रुके बाकी अपने-अपने स्थानों पर जाकर अपडेट लें। उन्होंने कहा कि जो लोग बेघर हो रहे हैं, उन्हें होटलों के कमरों की जरूरत है। सतपाल महाराज ने कहा कि कुछ लोग जानबूझ कर यहां के हालात को बढ़ चढ़कर दिखा रहे हैं, जबकि एक हिस्सा ही भू-धंसाव की चपेट में है।
बद्रीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि हमने नरसिंह मंदिर और शंकराचार्य गद्दी की वीडियो रिकॉर्डिंग को प्रतिबंधित किया है। यदि कोई करना चाहेगा तो इसकी अनुमति दी जाएगी, उन्होंने बताया कि मंदिर सुरक्षित है इसके लिए भ्रम न फैलाया जाए। जोशीमठ में यू ट्यूबर और सोशल मीडिया पर सनसनी फैलाने वालों को भी स्थानीय लोगों ने खूब खरी खोटी सुनाई है। फेसबुक पर त्रिशूल लेकर सनसनी फैलाने वाले एक तथाकथित पत्रकार को महिलाओं ने घेर कर जम कर डांट लगाई।
आपदा प्रबंधन के सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया कि जर्जर पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस को गिरा दिया गया है। दो और होटल खाली करवा दिए गए हैं, तहसील भवन को भी खाली करवा दिया गया है। आज पांच अन्य भवनों को गिराने का काम शुरू होगा। हम बिना मशीनों के इमारतें गिरा रहे हैं, हमारी कोशिश है सबसे पहले जान माल की सुरक्षा हो। उन्होंने बताया जो जलधारा बह रही थी उसके पानी के सैंपल और एनटीपीसी टनल के पानी का सैंपल अलग-अलग हैं। अभी भी हर पहलू से भू वैज्ञानिक जांच में लगे हैं। बर्फबारी के बाद क्या हालात होंगे इस बात का भी आंकलन किया जाएगा।
सीएम धामी रख रहे हैं नजर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हर दो घंटे में जोशीमठ के हालात का जायजा ले रहे हैं। आपदा सचिव रंजीत सिन्हा उन्हें हर घटना क्रम की जानकारी देने का काम कर रहे हैं।
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