जोशीमठ : शहर के भू धंसाव वाले क्षेत्र को डेंजर जोन की श्रेणी में रखकर खतरनाक भवनों को गिराए जाने की कार्रवाई आज चमोली जिला प्रशासन की मौजूदगी में शुरू कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि भू धंसाव वाले क्षेत्र में दो बहुमंजिला होटल ऐसे हैं, जो एक-दूसरे पर झुक गए हैं। इन्ही होटलों को गिराने के लिए पहले जब टीम गई थी, तो होटल मालिकों ने विरोध करते हुए, खुद को कमरे में बंदकर लिया था, और उनके द्वारा मुआवजे की मांग की जा रही थी।
उत्तराखंड सरकार द्वारा जोशीमठ के मामले में बुलाई गई कैबिनेट की विशेष बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे। जिसमें भूमि भवन का बाजार रेट पर मुआवजा देने के विषय को स्वीकार किया गया था। आज सुबह ही प्रशासन भू धंसाव वाले क्षेत्र में अपने हथौड़े दस्ते और बुल्डोजर के साथ वहां पहुंचे और डेंजर जोन में आने वाले उन भवनों को गिराने का काम शुरू कर दिया। जो बेहद खतरनाक अवस्था में हैं। पुलिस प्रशासन ने कल ही यहां रहने वालों को दूसरी जगह शिफ्ट किया था, जिसके बाद आज भवन गिराने की कार्रवाई शांति पूर्ण तरीके से शुरू हुई और किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया।
डीएम हिमांशु खुराना के मुताबिक जोशीमठ के डेंजर जोन से कमजोर भवनों को तोड़े जाने का काम शुरू हो गया है, इसमें एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के विशेषज्ञों को भी साथ लिया गया है। हम सबसे पहले बिना विस्फोट किए खतरनाक इमारतों को गिराएंगे। एसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि सबसे पहले दो बड़े खतरनाक भवनों को गिराने का काम शुरू हुआ है, जिसमें स्थानीय लोग भी सहयोग कर रहे हैं।
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