मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सूरज डूबने से पहले ही जोशीमठ पहुंच गए ,हेलीपैड पर ही उन्होंने अपने कार्यालय के सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम से राहत एवं भू-धसाव से उत्पन्न स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री हेलीपेड से सीधे भू-धसाव से प्रभावित क्षेत्रों के लिये बिना किसी प्रोटोकॉल के लिए निकले और उन्होंने भू-धसाव से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहयोग का आवश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रभावितों को विश्वास दिलाया कि इस संकट के समय केंद्र व राज्य सरकार संजीदगी के साथ उनके साथ खड़ी है। इस स्थिति का सामना करने के लिये उनकी अपेक्षाओं का पूरा सम्मान किया जायेगा। भू-धसाव से प्रभावित लोगों से मिलते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें कम्बल भी वितरित किये।
जोशीमठ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि जोशीमठ में चिन्हित भू-धसाव से प्रभावित क्षेत्रों के सभी भवनों नहीं अभी सिर्फ दो होटल्स तोड़े जाएंगे वह भी सभी की सहमति से इसके साथ ही राहत एवं पुनर्वास के लिए यहां पर कमेटी बना दी है सारे नाम उसमें सम्मिलित कर दिए हैं सभी प्रमुख वर्गों के लोगों को उसमें सम्मिलित करके आगे की कार्रवाई की जाएगी राहत एवं पुनर्वास ठीक तरीके से हो यह हमारी प्राथमिकता है अंतरिम राहत की हम ने घोषणा की है जल्दी-जल्दी हम चाहेंगे कि सभी तक अंतरिम राहत पहुंचे जिससे लोगों को फौरी रूप से राहत मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा उन्हे व्यक्तिगत रूप से लगा कि इस संकट की घड़ी में उन्हें जोशीमठ में अपनो के बीच रहना चाहिए ,उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी भी इस संकट के समय हमारे साथ खड़े हैं और मॉनिटरिंग कर रहे हैं हम बात करके पूरी मदद भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि यहां पर भू-धसाव के कारण जितना नुकसान हुआ है वह हो चुका है और आगे सब ठीक हो जाएगा आने वाले समय में यहां पर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेलों का आयोजन होना है और कुछ समय बाद चार धाम यात्रा भी शुरू होनी है, इसलिए इस प्रकार का वातावरण न बनाया जाये कि पूरा उत्तराखंड खतरे में आ गया है, क्षेत्र का विकास तेजी से हो रहा है हमारी कोशिश रहेगी कि इकोलॉजी और इकोनॉमी दोनों का संतुलन बनाकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाय।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ के साथ-साथ उत्तराखंड के अन्य शहरों की धारण क्षमता का भी हम आंकलन करवाएंगे अगर उनमें क्षमता से ज्यादा निर्माण हो चुका हो तो उसको धीमा कराने का कार्य किया जायेगा। मारवाड़ी स्थित जेपी कॉलोनी के समीप जहां पानी का रिसाव हो रहा है उसका स्थलीय निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि आज पानी आधे से भी कम हो गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि विपदा की इस घड़ी में हम प्रभावितों के साथ खड़े हैं इसमें कहीं किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए कि सरकार उनके साथ नहीं खड़ी है पूरी सरकार उनके साथ खड़ी है माननीय प्रधानमंत्री जी का भी संपूर्ण आश्वासन है हमारी जो भी अपेक्षाएं हैं उन अपेक्षाओं के अनुरूप उनके पुनर्वास और सेटलमेंट के लिए काम कर रहे हैं, प्रधानमंत्री जी भी स्वयं और उनका कार्यालय भी लगातार इस बात की चिंता कर रहा है और लगातार अपडेट ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम जोशीमठ में करेंगे तथा प्रभावितों की हर संभव मदद के लिये जोशीमठ में कैम्प कर रहे उच्चाधिकारियों, आयुक्त एवं जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
अमित शाह ,जेपी नड्डा के आए फोन
जोशीमठ के हालात पर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मुख्यमंत्री धामी से जानकारी हासिल की। श्री शाह ने श्री धामी से कहा है कि वो अपडेट देते रहे और वो खुद भी यहां का दौरा करेंगे।
श्री नड्डा ने मुख्यमंत्री धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से प्रभावित लोगो की दुख दर्द में शामिल रहने को कहा है।
कैबिनेट की विशेष बैठक 13 को
मुख्यमंत्री धामी ने तेरह जनवरी को जोशीमठ मुद्दे पर कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई है जिसमे संभवत प्रभावित परिवारों के लिए फैसले लिए जाने की संभावनाएं है।
राजनाथ सिंह चौदह को आ सकते है जोशीमठ
रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह 14 जनवरी को देहरादून आ रहे है संभवत वे जोशीमठ भी का सकते है, उल्लेखनीय है कि यहां सेना और आईटीबीपी के कैंप भी भू धंसाव की जद में आए हुए है।
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