जनपद रायबरेली के सरेनी थाना अंतर्गत प्राइमरी स्कूल के निर्माण के दौरान एक प्राचीन मूर्ति मिली. इस मूर्ति की खबर मिलते ही स्थानीय लोग वहां पर एकत्र हो गए. मूर्ति देखने से अत्यंत प्राचीन प्रतीत हो रही है. जमीन के अंदर से मूर्ति को निकाल कर के साफ सुथरा किया गया. मूर्ति को एक पेड़ के नीचे रख दिया गया है. ग्रामीणों द्वारा की इसकी सूचना जिलाधिकारी एवं पुरातत्व विभाग को दी गई है.
जानकारी के अनुसार सरेनी थाना अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वाल का निर्माण कराया जा रहा है. बाउंड्री वॉल बनाने के लिए ही नींव खोदी जा रही है . नीवं खोदने के दौरान मजदूरों ने जैसे ही कुछ गड्ढा किया. फावड़ा एक प्रतिमा से टकराया. इसके बाद मूर्ति को सुरक्षित ढंग से बाहर निकाला गया. ग्राम प्रधान का कहना है कि उनके पूर्वजों ने ऐसा बताया था कि यहां पर कोई मंदिर था. हो सकता है कि यह मूर्ति उसी मंदिर की हो. मूर्ति में एक चूहा, डमरु और डंडा दिखाई पड़ रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि हजारों साल पहले मिट्टी में दबे रहने के बावजूद भी इस मूर्ति में कोई परिवर्तन नहीं आया है. इस मूर्ति की प्राचीनता की सटीक जानकारी पुरातत्त्व विभाग द्वारा ही मिल पाएगी. मूर्ति मिलने की सूचना जिलाधिकारी और पुरातत्व विभाग को दे दी गई है .
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