जल्दबाजी में लिए गए फैसले अक्सर नुकसान पहुंचाते हैं लेकिन एलन मस्क की ओर से जल्दबाजी में लिए गए एक फैसले के चलते एक फार्मास्युटिकल कंपनी को अरबों का नुकसान उठाना पड़ा है। एलन मस्क ने ट्विटर का राजस्व बढ़ाने के लिए ब्लू सब्सक्रिप्शन प्लान को रोल आउट किया था। यानी कि कोई भी यूजर 8 डॉलर का भुगतान करते हुए अकाउंट पर ब्लू टिक ले सकता है। लेकिन उनके इस फैसले की वजह से ट्विटर पर फर्जी अकाउंट की समस्या बढ़ने लगी साथ ही 8 डॉलर का ब्लू टिक बड़े नुकसान की वजह गया।
क्या है मामला
अमेरिका की एक दवा कंपनी “एली लिली” जो इंसुलिन बनाती है। यह इंसुलिन के शीर्ष तीन वैश्विक उत्पादकों में से एक है। जिसका ट्विटर हैंडल @LillyPad पहले से सत्यापित है। लेकिन किसी ने 8 डॉलर का भुगतान कर @ElilillyandCo नाम से एक फेक ट्विटर हैंडल सत्यापित करा लिया।
जिसके बाद फेक ट्विटर हैंडल से 10 तारीख को भारतीय समयानुसार 1 बजकर 36 मिनट पर एक ट्विट किया गया जिसमे लिखा था कि “कंपनी को बताते हुए खुशी हो रही है कि वह इंसुलिन अब फ्री में मुहैया कराएगी”। अकाउंट पर ब्लू टिक होने के चलते यह ट्वीट कुछ ही देर में वायरल हो गया। ज्यादातर यूजर्स को लगा कि कंपनी ने वाकई इंसुलिन फ्री में देने का फैसला किया है।
Someone paid $8 for Twitter blue and wiped out $15 billion in market cap from a big pharmaceutical company pic.twitter.com/NJ4sPNDwPM
— Not Jerome Powell (@alifarhat79) November 12, 2022
हालांकि बाद में “एली लिली” कंपनी को जब इस बात का पता लगा तो उन्होंने कंपनी के ऑफिशियल ट्विटर आईडी से ट्वीट करते हुए कहा कि “हम उन लोगों से क्षमा चाहते हैं जिन्हें एक नकली लिली खाते से भ्रामक संदेश दिया गया है। हमारा आधिकारिक ट्विटर अकाउंट @LillyPad है”।
https://twitter.com/LillyPad/status/1590813806275469333?s=20&t=ZDutBTwuZtKRpm2Yv-P7NA
कंपनी के इस स्पष्टीकरण को बहुत देर हो चुकी थी और फेक ट्वीट के चलते कंपनी का शेयर 4 प्रतिशत से ज्यादा गिर गया और मार्केट कैप में इसे 15 अरब डॉलर से ज्यादा के घाटे का सामना करना पड़ा। भारतीय मुद्रा में यह रकम करीब 1,223 अरब रुपये जितनी है।
ब्लू सब्सक्रिप्शन से कई फर्जी खाते हुए वेरिफाइड
8 डॉलर का भुगतान करते हुए अकाउंट पर ब्लू टिक लेने के फैसले का फायदा उठाते हुए कई फेक और पैरोडी अकाउंट्स ने भी ब्लू टिक खरीद लिया और वेरिफाइड अकाउंट का गलत इस्तेमाल किया। कुछ अकाउंट्स ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश तो वहीं कुछ ने लोकप्रिय ब्रैंड्स की पहचान खरीदकर ऐसे ट्वीट किए जो सीधे ब्रैंड वैल्यू को नुकसान पहुंचाने वाले हैं। ऐसे कई अकाउंट्स को सस्पेंड किया गया लेकिन तब तक बड़ा नुकसान हो चुका था।
ट्विटर पॉलिसी वापस लेने का किया फैसला
ट्विटर ने अब 8 डॉलर का भुगतान करके ब्लू टिक लेने वाले अपने ब्लू सब्सक्रिप्शन प्लान को वापस ले लिया है। पॉलिसी को वापस लेने के पीछे की सबसे बड़ी वजह फर्जी अकाउंट का वेरिफिकेशन होना बताया जा रहा है। कोई भी यूजर किसी फर्जी नाम से अकाउंट बनाकर 8 डॉलर के भुगतान के साथ उसे वेरिफाई करा ले रहा है। ऐसी स्थिति में उस आईडी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो रहा है। जिसका नुकसान कई कंपनियों उठाना पड़ा है। फिलहाल के लिए कंपनी ने उस ऑप्शन को हटा दिया है।
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