तिब्बत को हड़प चुके चीन की दलाई लामा पदवी पर नजर, दस्तावेजों ने उगला राज
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

तिब्बत को हड़प चुके चीन की दलाई लामा पदवी पर नजर, दस्तावेजों ने उगला राज

ड्रैगन अब 'अपने' किसी व्यक्ति को दलाई लामा के पद पर बैठाकर तिब्बतियों को अपने इशारों पर नचाना चाहता है

by WEB DESK
Oct 10, 2022, 05:50 pm IST
in विश्व
पूज्य दलाई लामा

पूज्य दलाई लामा

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

चीन की तिब्बत को लेकर मंशाएं कितनी शातिर हैं इसका हमने बार—बार खुलासा किया है। तिब्बत की मूल पहचान को बदलकर उसे मुख्यभूमि चीन के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह बनाने की चीनी चाल धीमे—धीमे तेज होती जा रही है। तिब्बत की बौद्ध आस्था को कुचलने और बौद्धों के सर्वमान्य और पूज्य दलाई लामा के पद पर प्राचीन काल से चली आ रही परंपरा को कुचलने के उसके ताजा षड्यंत्र का भी खुलासा दो दस्तावेजों से हो गया है।

यह कोई छुपी बात नहीं है कि भारत में 1959 से शरण लेकर रह रहे दलाई लामा और उनके लाखों अनुयायियों को चीन का रुख आक्रामक ही बना रहा है। लेकिन जैसा सुनने में आता रहा है और चीन के कुछ कामों से यह स्पष्ट भी हो चुका है, ड्रैगन अब ‘अपने’ किसी व्यक्ति को दलाई लामा के पद पर बैठाकर तिब्बतियों को अपने इशारों पर नचाना चाहता है। इधर अंदरखाने के दो दस्तावेजों के हाथ में आने के बाद से इस बात की पुष्टि हो चुकी है। इनसे उसकी खास रणनीति का पर्दाफाश हुआ है। इससे साफ होता है कि 14वें दलाई लामा के पद पर वह अपने आदमी को बैठाने के लिए क्या क्या तिकड़म लगा रहा है।

उल्लेखनीय है कि ये दस्तावेज पांथिक स्वतंत्रता तथा मानवाधिकार के मामलों को देखने वाली पत्रिका ‘बिटर विंटर’ के मुख्य संपादक मार्को रेस्पिंटी ने इस बारे में बताया है कि दो अनदेखी और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अहम नीति ये दस्तावेज चीन में जानकार तिब्बती अनुसंधानकर्ताओं को विश्लेषण के लिए भेजे हैं। इनसे साफ होता है कि चीन की कम्युनिस्ट सरकार वर्तमान दलाई लामा के बाद के दिनों को लेकर एक बड़ी तैयारी करने में जुटी है। इस बारे में पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट में वर्तमान दलाई लामा के जाने के बाद उसका राजनीतिक लाभ लेने और उनका उत्तराधिकारी चुनने की चीन की प्रस्तावित चालों की जानकारी है।

शायद इन्हीं सब बातों को देखते हुए पिछले दिनों ही दलाई लामा ने यह कहा था कि वे तिब्बत के बौद्ध धर्म को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की दखल ​को रोकने तथा लामा जी के पुनर्जन्म की परंपरा को बचाए रखने के लिए दोबारा जन्म नहीं लेंगे।

पत्रिका ‘बिटर विंटर’ के अनुसार, सामने आई 30 पृष्ठों वाली रपट इस बात को साबित करती है। रपट ‘तिब्बत, दलाई लामा तथा पुनर्जन्म की भू-राजनीति’ शीर्षक से इस रपट को अंतरराष्ट्रीय तिब्बत नेटवर्क और तिब्बत न्याय केंद्र ने जारी किया है। दस्तावेज साफ दिखाते हैं कि कैसे चीन की सरकार 14वें दलाई लामा के तौर पर पुनर्जन्म की तिब्बती बौद्ध प्रथा की पालना करने के लिए तेजी से विस्तृत योजनाएं लागू कर रहा है।

रपट बताती है कि चीन की इस योजना के नतीजे बहुत दूर त​क असर डालेंगे। इसके माध्यम से चीन तिब्बत की पहचान को खत्म करके इसे नया ही रंग—रूप देने का मन बना चुका है। चीन का उद्देश्य दलाई लामा के साथ ही तिब्बती लोगों के आपसी गहरे नाते को खत्म करना है। इसमें तिब्बतियों पर पैनी नजर रखते हुए मठों और भिक्षुओं पर शिकंजा कसते जाना है। इसी योजना के तहत तिब्बती भिक्षुओं को मठों और अन्य पांथिक संस्थानों से बाहर निकाला जा चुका है। तिब्बती धार्मिक समारोहों को बंद करने की मुहिम छेड़ी हुई है।

Topics: tibetdalailamaCulturedemographydocumentsIndiaChina
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

लालमोनिरहाट में बनी पाषाण कलाकृति को पहले कपड़े से ढका गया था, फिर स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर मजदूर लगाकर ध्वस्त करा दिया गया

बांग्लादेश में मुक्ति संग्राम स्मारक तोड़कर ‘छात्र आंदोलन’ को ‘अमर’ बनाने में जुटी अंतरिम सरकार

धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा से आशीर्वाद लेते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री किरन रिजीजू

चीन मनमाने तरीके से तय करना चाहता है तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा का उत्तराधिकारी

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

इस्राएल सेना चैट जीपीटी जैसा एक टूल भी बना रही है जिससे फिलिस्तीन से मिले ढेरों डाटा को समझा जा सके

‘खुफिया विभाग से जुड़े सब सीखें अरबी, समझें कुरान!’ Israel सरकार के इस फैसले के अर्थ क्या?

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

उत्तराखंड में पकड़े गए फर्जी साधु

Operation Kalanemi: ऑपरेशन कालनेमि सिर्फ उत्तराखंड तक ही क्‍यों, छद्म वेषधारी कहीं भी हों पकड़े जाने चाहिए

अशोक गजपति गोवा और अशीम घोष हरियाणा के नये राज्यपाल नियुक्त, कविंदर बने लद्दाख के उपराज्यपाल 

वाराणसी: सभी सार्वजनिक वाहनों पर ड्राइवर को लिखना होगा अपना नाम और मोबाइल नंबर

Sawan 2025: इस बार सावन कितने दिनों का? 30 या 31 नहीं बल्कि 29 दिनों का है , जानिए क्या है वजह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies