गत दिनों वनवासी कल्याण आश्रम की अखिल भारतीय कार्यकर्ता बैठक बेंगलूरू के पास जन सेवा विद्या केंद्र-चेन्नेनहल्ली के परिसर में संपन्न हुई। इसमें प्रांत स्तर एवं उससे ऊपर के लगभग 700 कार्यकर्ता सहभागी हुए।
बैठक की पूर्व संध्या पर युवा आयाम एवं प्रचार आयाम ने ‘स्वतंत्रता प्राप्ति में जनजाति समाज का योगदान’ विषय से जुड़ी प्रदर्शनी का आयोजन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह श्री रामदत्त चक्रधर एवं वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रामचंद्र खराड़ी ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर 110 वर्षीय पद्मश्री सालु मर्द तिम्मक्का, पद्मश्री तुलसी गौडा और पद्मश्री अमै महालिंग नायक को सम्मानित किया गया। वनवासी कल्याण आश्रम के महामंत्री योगेश बापट ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। अखिल भारतीय संगठन मंत्री अतुल जोग ने त्रिवर्षीय योजना के रूप में सप्त बिंदुओं के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।
अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री रमेश बाबू ने 15 नवंबर, 2022 को देशभर में होने जा रहे ‘जनजाति गौरव दिन’ तथा कल्याण आश्रम के ‘स्थापना दिवस’ के बारे में सबका मार्गदर्शन किया।
एक सत्र में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने स्वतंत्रता प्राप्ति में जनजातीय विभूतियों के योगदान के बारे में बताया। तीसरे दिन संध्या समय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कर्नाटक के वन क्षेत्र से पधारी नृत्य मंडलियों की प्रस्तुति ने खूब तालियां बटोरीं।
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