भारत सरकार द्वारा देश विरोधी अभियान में लिप्त संगठनों पर लगाए प्रतिबंधों का कई मुस्लिम संगठनों के मौलवियों ने स्वागत किया है।सम्मानित मौलवियों का कहा है कि देश हित, देश की सुरक्षा सबसे पहले है।
आल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन रिजवी ने कहा है कि पी एफ आई सहित जिन संगठनों को भारत सरकार ने प्रतिबंधित किया है वो कबीले तारीफ है। ये संगठन देश में अमन चैन के लिए खतरा बन रहे थे तो इनकी हरकतों को काबू करना जरूरी हो गया था।
धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास नक़वी ने कहा कि देश की सुरक्षा एजेंसियों के पास कोई पुख्ता जानकारी होगी तभी ये संगठन बैन किए गए है।उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय ने जो कदम उठाए है उसका हम स्वागत करते है।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के मौलाना राव मुशर्रफ का कहना है कि पीएफआई के खिलाफ जो सबूत सरकार को मिले है उससे ये साबित हो रहा है कि कुछ लोग देश में घृणा फैलाने के मंसूबे पाले हुए थे। इन्हे पकड़ कर प्रतिबंधित किया गया है इसका हम स्वागत करते है।
बरेली के दरगाह आला हजरत शरीफ के मौलाना शाहबुद्दीन को कुछ लोगो ने जुबान काट लेने की धमकी भी दी है। मौलाना ने पीएफआई को प्रतिबंधित किए जाने के भारत सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए सबसे पहले बयान जारी किया था।
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को दी जानकारी
भारत सरकार द्वारा पी एफ आई और उसके सहयोगी संगठनों को प्रतिबंधित किए जाने की राज आज्ञा पत्र को सभी राज्यो को भेज दिया है। उत्तराखंड और यूपी सरकार ने इस बारे में सभी जिलों को जानकारी दे दी गई है।
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