हिमाचल प्रदेश में विधान सभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के एक और कार्यकारी अध्यक्ष पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गए है। जिसके बात दिल्ली हाईकमान ने विधानसभा के प्रत्याशियों की सूची जारी करने पर चुप्पी साध ली है। जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने कांग्रेस खेमे में जबरदस्त सेंध लगाते हुए कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन को अपने यहां शामिल कर लिया है। दिल्ली में राष्ट्रीय मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने हर्ष महाजन और उनके समर्थकों को बीजेपी की सदस्यता दिलाई।
इससे पहले एक और कार्यकारी अध्यक्ष पवन काजल भी बीजेपी में शामिल हो चुके है। हर्ष महाजन को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का बेहद करीबी माना जाता है, वे उनके सलाहकार और उनकी सरकार में पशुपालन मंत्री भी रह चुके है। उधर दिल्ली में कांग्रेस हाई कमान ने कांग्रेस छोड़ कर जार हे पार्टी नेताओं के विषय को गंभीरता से लिया है।
वहीं कल तक ये खबर थी कि पार्टी अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट पहले ही जारी कर देगी, लेकिन फिलहाल इसे रोक दिया गया है और इसे अब अंत समय में जारी किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने अपने सभी वर्तमान विधायकों को पुनः टिकट दिए जाने का निर्णय लिया है और तीन पूर्व मंत्रियों को भी टिकट दिए जाने का निर्णय लिया था लेकिन इस सूची को भी सोनिया गांधी की बैठक के बाद रोक दिया गया है।
बरहाल अब कांग्रेस के 68 प्रत्याशियों की सूची एक साथ आने की संभावना है। ये भी खबर है कि बीजेपी अभी कुछ और असरदार कांग्रेसी नेताओ को अपने खेमे में ला सकती है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल में एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी की सरकार बनने की परंपरा रही है और वर्तमान जयराम ठाकुर सरकार अपनी सत्ता वापसी के लिए एक योजनाबद्ध तरीके से कदम उठा रही है ।
वहीं हिमाचल में भी यूपी उत्तराखंड की तरह पीएम मोदी ही चेहरा होंगे जिनके नाम पर बीजेपी अपने वोट मांगने जनता के बीच जाएगी। पीएम मोदी दशहरे के दिन दो बड़ी जनसभाएं हिमाचल में करके चुनाव की रणभेरी बजाएंगे।
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