झारखंड के पतरातू में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘ग्राम विकास’ एवं ‘गोसेवा गतिविधि’ के कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई। इसमें 44 प्रांतों से 153 कार्यकर्ता मौजूद रहे। इन कार्यकर्ताओं को स्थानीय स्वयंसेवकों के यहां ठहराया गया।
गत सितंबर तक झारखंड के पतरातू में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘ग्राम विकास’ एवं ‘गोसेवा गतिविधि’ के कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई। इसमें 44 प्रांतों से 153 कार्यकर्ता मौजूद रहे। इन कार्यकर्ताओं को स्थानीय स्वयंसेवकों के यहां ठहराया गया। पहले दिन इन कार्यकर्ताओं को आसपास के गांवों में भ्रमण कराया गया, ताकि ये लोग झारखंड के ग्रामीण जीवन को नजदीक से देख सकें।
इन कार्यकर्ताओं के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों द्वारा स्थानीय तौर-तरीके से इनका स्वागत किया गया और उसके बाद कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। बैठक के दूसरे दिन कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले का मार्गदर्शन मिला।
इस अवसर पर संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री वी. भागैया और ग्राम विकास की अखिल भारतीय टोली के सदस्य श्री सिद्धनाथ सिंह भी उपस्थित रहे। अखिल भारतीय गोसेवा प्रमुख श्री अजीत कुमार महापात्र और अखिल भारतीय ग्राम सेवा प्रमुख डॉ. दिनेश ने बताया कि गांव और गाय का आपस में गहरा संबंध है। इसलिए गो आधारित ग्राम विकास और ग्राम आधारित कुटीर उद्योग साथ-साथ चलने चाहिए।
इसी उद्देश्य के साथ इस बैठक का आयोजन किया गया। इसमें यह भी तय हुआ कि अभी तो हर गांव के कम से कम 25 परिवारों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। इसके बाद अगले तीन साल तक पूरे देश के हर एक मंडल के एक गांव को आदर्श गांव बनाने की भी योजना बनाई गई है, ताकि वहां पूरी तरह से गो आधारित खेती हो सके।
बैठक के अंतिम दिन 18 सितम्बर को पतरातू स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में स्वयंसेवकों का महाएकत्रीकरण हुआ। इसमें रामगढ़ जिले के कोने-कोने से 800 से अधिक गणवेशधारी स्वयंसेवक पहुंचे। इन स्वयंसेवकों को श्री भागैया नेसंबोधित किया।
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