‘जीवन की विद्या है महाभारत’
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

‘जीवन की विद्या है महाभारत’

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने ‘कनेक्टिंग विथ दी महाभारत’ पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इतिहास को केवल मनोरंजन या जानकारी के लिए नहीं सुनना है, बल्कि इतिहास से शिक्षा लेकर वर्तमान को ठीक करके आगे चलना है, ताकि भविष्य ठीक हो जाए।

by WEB DESK
Sep 28, 2022, 03:28 pm IST
in भारत, विश्लेषण, मत अभिमत, संघ, पुस्तकें, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

यह जीवन जीने का तत्व है और उस तत्व को अपने यहां पर धर्म कहा गया है। धर्म कहता है जीवन का उद्देश्य उपभोग करना नहीं है, बल्कि जीवन का उद्देश्य दूसरों का जीवन बनाना है। उन्होंने कहा कि जहां महाभारत पढ़ते हैं, वहां कलह होती है, यह बिल्कुल गलत बात है।

गत सितंबर को नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने ‘कनेक्टिंग विथ दी महाभारत’ पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इतिहास को केवल मनोरंजन या जानकारी के लिए नहीं सुनना है, बल्कि इतिहास से शिक्षा लेकर वर्तमान को ठीक करके आगे चलना है, ताकि भविष्य ठीक हो जाए। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने हमारे सारे इतिहास को खारिज करने का काम किया कि यह तो हुआ ही नहीं है।

ऐसे लोगों ने कहा कि ये रामायण-महाभारत कविताएं हैं। क्या कोई कविता 8,000 वर्ष और 5,000 वर्ष तक चली है! कोई रचना केवल कविता होने से नहीं चलती है। इतने लंबे समय तक चलने के लिए तथ्य चाहिए। श्री भागवत ने कहा कि महाभारत जीवन की विद्या है। समाज जीवन कैसे चलता है, किसके क्या-क्या कर्तव्य हैं, इसमें सारा विवरण है।

मानवता ऐसे चले कि सृष्टि का विकास हो, कल्याण हो, उसकी हानि न हो। यह जीवन जीने का तत्व है और उस तत्व को अपने यहां पर धर्म कहा गया है। धर्म कहता है जीवन का उद्देश्य उपभोग करना नहीं है, बल्कि जीवन का उद्देश्य दूसरों का जीवन बनाना है। उन्होंने कहा कि जहां महाभारत पढ़ते हैं, वहां कलह होती है, यह बिल्कुल गलत बात है।

उन्होंने कहा कि जीवन के इस संघर्ष में चलते-चलते अपने मन में भी खटास आ जाती है, गुस्सा आ जाता है, शत्रुता आ जाती है। ऐसा हो सकता है क्योंकि हम मनुष्य हैं। इन सबसे बाहर निकलने के लिए श्रीमद्भगवद्गीता पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य अपने साथ सारे विश्व को अच्छा बनाए।

मानवता ऐसे चले कि सृष्टि का विकास हो, कल्याण हो, उसकी हानि न हो। यह जीवन जीने का तत्व है और उस तत्व को अपने यहां पर धर्म कहा गया है। धर्म कहता है जीवन का उद्देश्य उपभोग करना नहीं है, बल्कि जीवन का उद्देश्य दूसरों का जीवन बनाना है। उन्होंने कहा कि जहां महाभारत पढ़ते हैं, वहां कलह होती है, यह बिल्कुल गलत बात है।

पुरुषार्थ भीम और दुर्याेधन दोनों में था, लेकिन हम भीम के पुरुषार्थ और उनकी दिशा से जुड़ते हैं और यह जुड़ना अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर ‘कनेक्टिंग विथ दी महाभारत’ पुस्तक की लेखिका नीरा मिश्रा एवं लेखक राजेश लाल सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।

Topics: श्रीमद्भगवद्गीतासृष्टि का विकास होरामायण-महाभारतमोहनराव भागवत ने ‘कनेक्टिंग विथ दी महाभारत’महाभारतराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने सोमवार को केशव कुंज कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक के संबंध में जानकारी दी। साथ में  दिल्ली प्रांत के संघचालक अनिल अग्रवाल जी।

आरएसएस के 100 साल:  मंडलों और बस्तियों में हिंदू सम्मेलन का होगा आयोजन, हर घर तक पहुंचेगा संघ

भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए राज्यपाल राजेन्द्र आर्लेकर

राजनीति से परे राष्ट्र भाव

indian parliament panch parivartan

भारतीय संविधान और पंच परिवर्तन: सनातन चेतना से सामाजिक नवाचार तक

अतिथियों के साथ सम्मानित पत्रकार

सम्मानित हुए 12 पत्रकार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

फोटो साभार: लाइव हिन्दुस्तान

क्या है IMO? जिससे दिल्ली में पकड़े गए बांग्लादेशी अपने लोगों से करते थे सम्पर्क

Donald Trump

ब्राजील पर ट्रंप का 50% टैरिफ का एक्शन: क्या है बोल्सोनारो मामला?

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies