राजस्थान के कोटा में बजरंग दल ने सभी गरबा आयोजकों को पत्र जारी कर नवरात्रि में खेले जाने वाले डांडियों में फूहड़ और अश्लील फ़िल्मी गानों के साथ-साथ विधर्मियों के प्रवेश पर पूर्णतया रोक लगाने के लिए कहा है। बजरंग दल ने यह कदम लव जिहाद को रोकने एवं नवरात्रि की पवित्रता को बनाये रखने के उद्देश्य से उठाया है।
नवरात्रि के दिनों में कोटा के कई क्षेत्रों में डांडिये का आयोजन होता है एवं बड़ी संख्या में लोग यहां भाग लेने आते है। इस दौरान कोई विधर्मी इस आयोजन का फायदा न उठा सके इसके लिए बजरंग दल ने पत्र जारी कर प्रमुख गरबा आयोजकों सचेत किया है।
बजरंग दल द्वारा जारी पत्र में लिखा है- “नवरात्रि का पर्व शक्ति और भक्ति की साधना का पर्व है, कोरोना काल के दो साल बाद गरबा समारोह होने वाले है, समाज को भी पूर्ण उत्साह है ऐसे में गरबा डांडिया पारम्परिक एवं सांस्कृतिक मर्यादा में रहकर किया जावे तथा विधर्मियों का प्रवेश वर्जित रहे।
पत्र में आगे लिखा है कि गौ मांस भक्षण करने वाले लोगों को ही शास्त्रों में राक्षस कहा गया है. उस जमाने में राक्षस हमारे धार्मिक आयोजन यज्ञ आदि में दूषित सामग्री फेंक कर हमारी शक्ति और भक्ति में बाधा उत्पन्न करते थे, वर्तमान में गौ मांस भक्षण करने वाले लोग ही हमारे गरबा डांडिया कार्यक्रम को दूषित करते हैं। अत: गरबा डांडिया में फिल्मी, रीमिक्स या फुहड़ गाने नहीं चलाए जाएं।
पंडालों मे लव जिहाद को रोकने के लिए जिहादियों का प्रवेश न हो, इस हेतु आईडी कार्ड की व्यवस्था और सभी को गोमूत्र छिडक कर तिलक लगा कर बिना जूते चप्पल ही पंडाल में प्रवेश दें, गरबा आयोजनों मे किसी प्रकार का नशा नहीं करने देंगे, नवमी एवं दशमी पर सभी जगह शक्ति पूजन करेंगे”।
इस के अलावा यदि किसी गरबा पंडाल में धर्म विरोधी कोई कृत्य पाया जाता है तो उसकी शिकायत के लिए बजरंग दल ने एक हेल्पलाइन नंबर (921451 0985) भी जारी किया है जिस पर व्यक्ति सूचना दे कर शिकायत दर्ज करा सकेंगे। शिकायतकर्ता की गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा जायेगा।
इस विषय पर बजरंग दल के प्रान्त संयोजक योगेश रेनवाल ने कहा कि” नवरात्री के दौरान किये जाने वाले गरबा एवं डांडिया उत्सव धार्मिक है लेकिन इनको लोगों ने मनोरंजन और धन कमाने का साधन बना लिया। इसके लिए वो हमारी पावन संस्कृति को धूमिल कर फूहड़, अश्लील गाने चलाते है। इन आयोजनों में आयोजनकर्ता सिर्फ टिकट चेक करते लेकिन आईडी कार्ड नहीं इस वजह से कई मुस्लिम धर्म के लोग जो हिन्दू धर्म का सम्मान तक नहीं करते वो भी इसको दूषित करने हमारी बहिन-बेटियों को छेड़ने आते है और यही से लव जिहाद की शुरुआत होती है। इन सब कार्यों को रोक कर गरबे एवं नवरात्रि की संस्कृति को बचाने के लिए यह पत्र जारी किया है”।
योगेश रेनवाल ने आगे बताया कि “पत्र में लिखे दिशा निर्देशों का पालन कराने के लिए हमने कोटा शहर को 12 खंडो में विभाजित किया है और सभी खंडो में आयोजन पर नजर रखने के लिए 10-10 कार्यकर्ताओ की टीम बनाई है। जो आयोजन स्थल पर जाकर देखेंगे और यदि जरुरत पड़ी तो परिस्थितिनुसार उचित सख्त कारवाही भी करेंगे”।
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