जहां एक तरफ कांग्रेस के नेता भारत जोड़ो यात्रा कर रहे है वहीं कांग्रेस शासित राजस्थान में पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणली एवं कांग्रेस नेताओ के आचरण से परेशान लोग अपनी जान देने पर उतारू हो रहे है। 36 वर्षीय पेशे से कार चालक राधेश्याम मीणा का पार्षद हरिओम सुमन से विवाद चल रहा था। जिसकी शिकायत उसने पुलिस को दी। पुलिस द्वारा लापरवाही बरतने पर पीड़ित ने कोटा स्थित नयापुरा थाने में पैट्रोल डाल कर थाना परिसर में खुद को आग लगा ली। लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने समय रहते उसे बचा लिया और तत्काल एमबीएस अस्पताल में उपचार के लिए भेजा। चिकित्सकों के मुताबिक युवक 40 से 45% तक जल चुका है।
व्हाटएप्प ग्रुप में कमेंट करना पड़ा भारी
36 वर्षीय पेशे से कार चालक राधेश्याम मीणा को राजस्थान सराकर में कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल के विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पार्षद हरिओम सुमन के खिलाफ व्हाटएप्प ग्रुप में कमेंट करना इतना भारी पड़ गया की बात अब उसकी जान पर बन आयी हैं। राधेश्याम मीणा इससे पहले कभी मंत्री शांति धारीवाल के ड्राइवर रह चुके है।
पार्षद द्वारा फब्तियां कसने से काफी अवसाद में था पीड़ित
दरअसल राधेश्याम के मिलने वाले खंड गावड़ी निवासी समाजसेवी संजय सुमन (समीर ) ने बताया कि” राधेश्याम से कल दिन में ही मुलाकात हुई थी और वो हरिओम सुमन के द्वारा तंज, फब्तियां कसने से काफी अवसाद में था। राधेश्याम ने मुझे बताया कि हरिओम ने उसकी पत्नी के लिए भद्दे कमेंट के साथ अपशब्द भी कहे। वो गावड़ी के प्रवेश द्वार पर जब भी मिलता तो कहता तू कुछ नहीं कर सकता मेरा। इसी अवसाद में उसने कल पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया”
संजय सुमन ने आगे कहा कि” राधेश्याम मीणा ने कुछ दिन पहले एक व्हाट्सप्प ग्रुप में कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन के खिलाफ उसके कार्य से असंतुष्टि जताते हुए लिखा था कि” पार्षद कोई सुनवाई नहीं करता है और उसके आदमी बदतमीजी करते है। इसी बात से उद्वेलित होकर हरिओम सुमन एवं उसके साथियो ने राधेश्याम के घर में घुसकर उसकी बीवी और उसके साथ मारपीट की जिसकी शिकायत राधेश्याम ने पुलिस में दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।”
राधेश्याम के एक कान का पर्दा हरिओम सुमन की मारपीट के बाद फट गया था और राधेश्याम उस कान से सुन भी नहीं सकता था। राधेश्याम ने नयापुरा पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने पर क्षुब्ध होकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन से भी सुनवाई के लिए अपील की थी लेकिन वहां से भी उसको कोई राहत नहीं मिली।
क्या बोले बीजेपी नेता
इस मामले में कोटा बीजेपी से विधायक संदीप शर्मा का कहना है कि” राजस्थान कि पुलिस निष्पक्ष होकर काम नहीं कर रही है, आमजन त्रस्त है लेकिन पुलिस कांग्रेस के नेताओं को बचाने में लगी है। अनुसूचित जाती-जनजाति के लोगों के ऊपर अत्याचार चरम पर है ।राधेश्याम मीणा का गुनाह बस इतना था की उन्होंने कांग्रेस के पार्षद के खिलाफ सच्चाई बोल दी, इसी वजह से उनके साथ मारपीट की गयी और फिर राजस्थान की पुलिस ने उनकी शिकायत पर संज्ञान तक लेना उचित नहीं समझा ।”
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