दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सरकारी स्कूलों में पढ़ाई को लेकर देश-दुनिया में काफी ढिंढोरा पीटते रहते हैं। हर जगह दिल्ली मॉडल का डीएम दिखाकर दंभ भरने वाले केजरीवाल सरकार के दिल्ली मॉडल की वास्तविकता धरातल पर कुछ और ही है।
बता दें कि सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल की पोल खोल कर रख दी है। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पूर्वी दिल्ली में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एक स्कूल में बच्चों को अस्थायी पोर्टकैबिन में पढ़ाया जा रहा है। नई स्कूल के निर्माण में देरी होने के कारण मोलरबंद इलाके में अस्थायी पोर्टकैबिन स्कूलों में छात्र पढ़ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद सीएम केजरीवाल के शिक्षा मॉडल पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
नई स्कूल के निर्माण में देरी होने के कारण दिल्ली के दक्षिण पूर्व* के मोलरबंद इलाके में दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे अस्थायी पोर्टकैबिन स्कूलों में छात्र पढ़ रहे हैं। pic.twitter.com/Nfr4Q46Lea
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 13, 2022
कहा जाता है कि सच में इतनी ताकत होती है कि कितनी ही सफाई से झूठ बोली जाए एक दिन वह पकड़ में आ ही जाती है। झूठ की खेती करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तमाम मुद्दों पर झूठ बोलकर जनता को बरगलाने का काम करते रहे हैं। खस्ताहाल दिल्ली के सरकारी स्कूलों से सभी वाकिफ हैं लेकिन फिर भी केजरीवाल दिल्ली के शिक्षा मॉडल का ढोल पीटने के लिए उतारू दिखते हैं और इसी उतावलापन में उनका झूठ पकड़ा जाता है।
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