सहारनपुर में पूर्व एमएलसी गैंगस्टर और खनन माफिया हाजी इकबाल के खिलाफ गिरफ्तारी का गैर जमानती वारंट पुलिस ने कोर्ट से लेकर उनके घर के बाहर चिपका दिया है। पुलिस ने दिलशाद के घर के बाहर भी वारंट चस्पा किया है। ये दोनों रिश्ते में जीजा साले हैं और दोनों लंबे समय से पुलिस की नजरों से फरार चल रहे हैं।
यूपी हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत की तीन-तीन अर्जियां खारिज हो जाने के बाद सहारनपुर पुलिस ने जिला अदालत से हाजी इकबाल और दिलशाद की गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट हासिल किया और दोनों की गिरफ्तारी के लिए एक साथ कई स्थानों पर दबिश भी दी, लेकिन आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आए। पुलिस ने दोनों के घर के बाहर वारंट चिपका दिया है और मुनादी करवा दी। हाजी इकबाल पर 25 हजार का इनाम भी घोषित है। इकबाल पूर्व एमएलसी है। इनके भाई महमूद अली भी पूर्व एमएलसी है, जिन्हें पुलिस ने नवी मुंबई से गिरफ्तार किया था। हाजी के दो बेटे भी जेल में हैं।
हाजी इकबाल पर दो दर्जन से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं और डेढ़ सौ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति भी सरकार द्वारा कुर्क की गई है। ये खानदान अवैध खनन का आरोपी है। एसएसपी विपिन हांडा का कहना है कि हाजी इकबाल और दिलशाद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की आठ टीमें लगाई गई हैं और उम्मीद है कि हमें सफलता जरूर मिलेगी।
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