प्रियंका गोस्वामी ने शनिवार को महिलाओं की 10,000 मीटर पैदल चाल में रजत पदक जीतकर राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत को 27वां पदक दिलाया। प्रियंका ने 43 मिनट और 38 सेकंड में मैराथन दूरी को कवर करते हुए अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और सीडब्ल्यूजी 2022 में ट्रैक और फील्ड में भारत को तीसरा पदक दिलाया। उनसे पहले मुरली श्रीशंकर (लंबी कूद में रजत) और तेजस्विन शंकर (ऊंची कूद में कांस्य) ने ट्रैक और फील्ड में भारत के लिए पदक जीते हैं।
A small Krishna idol always accompanies Priyanka Goswami when she steps on a podium. Birmingham is no different.
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— Sportstar (@sportstarweb) August 6, 2022
प्रियंका ने अच्छी शुरूआत करते हुए बहुत तेजी से बढ़त बना ली और 4000 मीटर (4 किमी) तक पहले स्थान पर बनी रहीं। छह किमी के बाद वह ऑस्ट्रेलिया की जेमिमा मोंटाग और केन्या की एमिली वामुसी एनगी से पीछे रह गईं। 8 किमी की समाप्ति के बाद, प्रियंका तीसरे स्थान पर खिसक गई थी, लेकिन अंतिम मिनट में 2 किमी की दूरी तय करने के बाद 26 वर्षीय ने दूसरा स्थान हासिल कर लिया। ऑस्ट्रेलिया की जेमिमा मोंटाग ने 42:38 के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। प्रतियोगिता में शामिल अन्य भारतीय भावना जाट 8वें स्थान पर रहीं।
इसके साथ ही प्रियंका पैदल चाल में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। इसके अलावा वह राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय बनीं। उनसे पहले, हरमिंदर सिंह ने 2019 खेलों पैदल चाल में कांस्य पदक जीता था। पिछले साल, प्रियंका ने टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जहां वह 17 वें स्थान पर रही थीं।
अपने आराध्य लड्डू गोपाल को साथ ले जाती हैं प्रियंका
मेडल सेरेमनी के बाद प्रियंका गोस्वामी अपने आराध्य लड्डू गोपाल की मूर्ति के साथ नजर आईं। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ही उनके लिए यह सौभाग्य लेकर आए हैं। उन्होंने बताया कि वो जिस मुकाबले में जाती हैं, पहले अपने नाखूनों को तिरंगे के रंग में रंगती हैं और भगवान कृष्ण को अपने साथ लेकर जाती हैं। उन्होंने कहा कि यह मेडल भगवान श्रीकृष्ण और मेरे परिवार को समर्पित है। उनके सपोर्ट के बिना यह कामयाबी नहीं मिलती।
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