मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की तैयारी में जुटी पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार की असलीयत की पोल खुल गई है, राज्य सरकार द्वारा अपने हिस्से की राशि न देने पर राज्य में आयुष्मान बीमा योजना बन्द करनी पड़ गई है। राज्य सरकार की इसी असफलता पर भाजपा ने मुख्यमन्त्री भगवंत सिंह मान को कहा है कि वो हनीमून पीरियड से बाहर आएं और लोगों के काम करें।
पंजाब के मरीजों को एक बड़ा झटका लगा है। गंभीर बीमारियों से ग्रस्त वह मरीज जो आयुष्मान भारत योजना के सहारे चंडीगढ़ इलाज कराने आते हैं अब उनको चंडीगढ़ के दो बड़े अस्तपालों में इसका लाभ नहीं मिलेगा। गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल सेक्टर-32 के बाद देश के दूसरे सबसे प्रतिष्ठित संस्थान पीजीआइ चंडीगढ़ ने भी पंजाब के मरीजों को इस योजना का लाभ देने से रोक लगा दी है। पीजीआइ ने यह बड़ा कदम पंजाब सरकार के रुख को देखते हुए उठाया है। दरअसल जिस राज्य के लाभार्थी मरीज होते हैं उस राज्य को इन मरीजों के इलाज पर स्वास्थ्य संस्थान को उचित भुगतान करना होता है। पंजाब सरकार के पास पीजीआइ का 16 करोड़ रुपये का बकाया बाकी है। कई बार रिमाइंडर के बाद भी पंजाब सरकार की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। पैसों का भुगतान नहीं हुआ तो पीजीआइ ने आगे मरीजों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ देना बंद कर दिया।
एक अगस्त से मरीजों का इलाज बंद
एक अगस्त के बाद अब यह लाभ किसी को नहीं मिलेगा। हालांकि दूसरे राज्यों के मरीजों को पहले की तरह ही इसका लाभ मिलता रहेगा। पीजीआइ रोजाना बड़ी संख्या में पंजाब के ऐसे मरीजों का इलाज करता था। इनमें बहुत से मरीजों की बड़ी सर्जरी और टेस्ट तक इसी योजना के तहत निशुल्क होते थे।
सर्जरी करने से किया इनकार
फाजिल्का जिले के मनजिंदर सिंह ने बताया कि उनकी चाची के घुटने की सर्जरी होनी थी। वह पिछले चार महीने से सर्जरी की वेटिंग सूची में थे। अब जब नंबर आया तो पीजीआइ ने सर्जरी करने से इनकार कर दिया है। पीजीआइ के डिप्टी डायरेक्टर कुमार गौरव धवन ने कहा बताया कि राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण, पंजाब से राज्य से एबीपीएमजेएवाई लाभार्थियों को प्रदान किए गए उपचार के संबंध में लंबित बकाया राशि का भुगतान करने का अनुरोध किया गया है।पिछले महीने पीजीआई ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की कार्यान्वयन एजेंसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था ताकि दावों की प्रतिपूर्ति की जा सके। इस दौरान संस्थान ने पंजाब के रोगियों के लिए इलाज बंद नहीं किया था। लेकिन अब मजबूरी में अब ऐसा करना पड़ा है।
जीएमसीएच-32 में पहले से रोक
गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल, सेक्टर 32 ने इस साल मार्च से पंजाब के मरीजों का इलाज 2.3 करोड़ रुपये जमा होने के बाद रोक दिया था। पंजाब सरकार पर इस योजना के तहत चंडीगढ़ में निजी अस्पतालों, जीएमसीएच सेक्टर 32 और जीएमएसएच सेक्टर 16 आदि में 3 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। यह राशि जमा नहीं होने से यह कदम उठाया गया।
पंजाब सरकार पर 300 करोड़ रुपये का बकाया
इस संबंध में जब पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के चीफ सेक्रेटरी अजॉय शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार पर आयुष्मान भारत योजना के तहत 300 करोड़ रुपये का बकाया है। यह मामला वित्त विभाग के पास है।
सीएम मान सरकार के हनीमून पीरियड से बाहर निकलें : भाजपा
भाजपा महासचिव जीवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब सरकार के लिए यह शर्म की बात है। मोदी सरकार ने गरीब आदमी के लिए 5 लाख तक के फ्री इलाज की सुविधा दी थी। पंजाब सरकार इस पर गंभीर नहीं है। मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर लीपापोती का आम आदमी पार्टी सरकार वाहवाही बटोर रही है। इसके उलट आयुष्मान योजना का कुछ हिस्सा भी जमा नहीं करा रही। पंजाब में 6 महीने से रुपया पेंडिंग हैं। अब चंडीगढ़ ने भी इसे बंद कर दिया है। सीएम भगवंत मान सरकार के हनीमून पीरियड से बाहर आएं और पैसा जमा कराएं ताकि गरीब लोगों का इलाज हो सके।
टिप्पणियाँ