अपने जवान और इकलौते बेटे के जाने का दर्द क्या होता है, यह झारखंड के रामगढ़ की रहने वाली उर्मिला देवी से बेहतर और कौन जान सकता है। उर्मिला देवी ने ना सिर्फ अपने इकलौते जवान बेटे सुनील गिरी को खोया, बल्कि पुत्रशोक में 6 महीने पहले अपने पति किशोर गिरी को भी खो दिया। हालांकि रामगढ़ के न्यायालय ने उर्मिला देवी के बेटे की हत्या करने वाले मोहम्मद अनवर हुसैन और मोहम्मद कलाम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, साथ ही दोनों पर 20-20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। बता दें कि मोहम्मद अनवर और मोहम्मद कलाम ने लगभग 6 वर्ष पहले सुनील गिरी की पीट पीट कर हत्या कर दी थी।
सुनील की माँ उर्मिला देवी के अनुसार घटना 25 मई, 2016 की है। रामगढ़ के बरकाकाना निवासी मोहम्मद अनवर हुसैन और मोहम्मद कलाम सरकारी पानी को टैंकर में भरकर कहीं और ले जाया करते थे। इसी का विरोध उर्मिला देवी के पति किशोर गिरी ने किया तो किशोर गिरी के साथ अनवर और कलाम ने मारपीट शुरू कर दी। अपने पिता को पिटता देख 21 वर्ष का सुनील गिरी बीच बचाव में आया तो उसके साथ भी अनवर और कलाम मारपीट करने लगे। इन दोनों ने सुनील को इतना पीटा कि वह अधमरा हो गया। इसके बाद परिवार के लोगों ने सुनील को अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद मृतक सुनील के पिता किशोर गिरी ने मोहम्मद अनवर हुसैन और मोहम्मद कलाम के विरुद्ध बरकाकाना ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उस वक्त कुछ महीनों के लिए तो अनवर और कलाम को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था लेकिन कुछ दिनों के बाद इन दोनों को जमानत मिल गई थी। उसी समय से किशोर गिरी और उनकी पत्नी उर्मिला देवी न्याय के इंतजार में बैठे थे। गत 19 जुलाई को इन दोनों आरोपियों को दोषी पाया गया और उसके बाद 26 जुलाई को अवर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय संजय प्रताप के न्यायालय ने दोनों को उम्रकैद की सजा दी।
उर्मिला देवी ने बताया कि जिस जवान बेटे को लेकर काफी सपने थे, उसी बेटे के शव को उसके पिता को अपने कंधों पर श्मशान घाट ले जाना पड़ा था। घर का एकलौता चिराग बुझने से पूरा परिवार सदमे में था। इसी सदमे से वह कभी उबर नहीं पाए और अंत में 6 महीने पहले उनकी भी मृत्यु हो गई। आपको बता दें कि सुनील गिरी अपने घर का इकलौता बेटा था और सुनील की तीन बहने हैं। तीनों बहनों ने न्यायालय के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें न्यायालय पर पूर्ण भरोसा था कि उन्हें न्याय मिलेगा और ऐसा ही हुआ।
इस पूरे मामले में रामगढ़ के हिंदू संगठनों का बहुत बड़ा सहयोग देखने को मिला। मृतक सुनील गिरी की बुआ ने कहा कि पिछले 6 सालों में उनके भतीजे के लिए इस न्याय की लड़ाई में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भरपूर सहयोग दिया और सुरक्षा प्रदान करने का भी आश्वासन दिया है।
बजरंग दल के कार्यकर्ता विक्की ने कहा कि एक सुनील गिरी की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को सजा मिलने के बाद रामगढ़ के हिंदू कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। उन्होंने यह भी कहा पूरे रामगढ़ में जहां कहीं भी हिंदुओं पर अन्याय होगा बजरंग दल और उसके कार्यकर्ता पूरी तरह से उस परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े दिखाई देंगे।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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