बांग्लादेश में एक बार फिर मजहबी उन्मादियों ने हिन्दुओं को निशाना बनाया है। कट्टरपंथियों ने पिछली बार खुद ही शरारत करके दुर्गापूजा पंडालों को जलाया था, इस बार एक सोशल मीडिया पोस्ट की आड़ में जबरदस्त आगजनी की गई है। हिन्दुओं के घरों और मंदिरों को चुन—चुनकर निशाना बनाया गया है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार, नरैल जिले के लोहागारा गांव में एक हिन्दू युवक की फेसबुक पोस्ट से कट्टरपंथी ऐसे भड़के कि देखते ही देखते बड़ी तादाद में इकट्ठे हो गए और उन्मादी भीड़ ने पहले हिन्दुओं के घरों पर पत्थरबाजी की। उसके बाद भीड़ स्थानीय मंदिर में जा घुसी और वहां जमकर तोड़फोड़ की।
लोहागारा के सहपारा क्षेत्र में कट्टरपंथी मुसलमानों ने मंदिर में तोड़फोड़ करते हुए फिर बाजार का रुख किया जहां उन्होंने हिन्दुओं की दुकानों को निशाना बनाया, हिन्दुओं के कई घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस के अनुसार, हिंसा का ये तांडव 18 साल के एक हिन्दू लड़के की फेसबुक पोस्ट से चिढ़कर किया गया। ‘इस्लाम की तौहीन’ करने वाली कथित पोस्ट को फैलाकर उन्मादियों ने इलाके के मुस्लिमों को हिंसा के लिए उकसाया था। हिंसक वारदातों को गत शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद अंजाम दिया गया।
उन्मादियों के भीड़ ने जिस हिन्दू लड़के ने फेसबुक पोस्ट की थी उसके पिता की किराने की दुकान में जमकर उत्पात मचाया। कट्टरपंथियों का आरोप था कि उस लड़के की फेसबुक पोस्ट से उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। मजहबी उन्मादियों की इतनी आगजनी करने के बाद भी ‘भावनाएं’ शांत नहीं हुईं तो उन्होंने उस हिन्दू लड़के के घर और उसके पड़ोसियों तक के घरों में घुसकर तोड़फोड़ की।
हालात काबू करने के लिए घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने उत्पात शांत करने के लिए आंसू गैस दागी। काफी मशक्कत के बाद, देर रात मामला कुछ ठंडा पड़ा। समाचारों के अनुसार, इतना कुछ होने के बाद भी पुलिस ने मजहबी उन्मादी हमलावरों में से अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। किसी उपद्रवी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई है। लेकिन इस्लामवादी पुलिस ने पीड़त हिन्दू किशोर आकाश के पिता अशोक साहा को जरूर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस एकपक्षीय कार्रवाई से स्थानीय हिन्दुओं में आक्रोश है।
इसके बाद उपजिला पुलिस प्रभारी असगर अली और लोहागरा पुलिस थाना प्रभारी हरन चंद्र पॉल ने गांव का दौरा किया। बताया गया कि आगे हिंसा को रोकने के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किया गया है।
टिप्पणियाँ