संघ युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए भी अभियान शुरू करेगा। इसके तहत 15 जुलाई से देशभर में उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन होंगे। 2022 में स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। संघ की ओर से इसके अंतर्गत कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में मुख्य बिन्दु स्व के जागरण को रखा गया है।
गत दिनों राजस्थान के झुंझुनूं स्थित खेमी शक्ति मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय प्रांत प्रचारक बैठक संपन्न हुई। बैठक का समापन 9 जुलाई को हुआ। इसके बाद एक पत्रकार वार्ता में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर ने बताया कि बैठक मेें सरसंघचालक श्री मोहनराव भावगत ने देश के 45 प्रांतों से आए प्रांत प्रचारकों और सह प्रांत प्रचारकों के साथ वर्षभर की गतिविधियों की समीक्षा की और आगामी कार्यक्रमों को लेकर भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने यह भी बताया कि दो वर्ष बाद हुए संघ शिक्षा वर्गों में 40 वर्ष से कम आयु के 18,981 और 40 वर्ष से अधिक आयु के 2,925 शिक्षार्थियों ने सहभागिता की। इस वर्ष पूरे देश में संघ के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के 101 वर्गों में कुल 21,906 संख्या रही। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण प्रभावित हुआ शाखा कार्य फिर से शुरू हो गया है।
वर्तमान में शाखाओं की संख्या 56,824 है। स्वयंसेवकों की सामाजिक कार्यों जैसे जल प्रबंधन, कचरा प्रबंधन, पर्यावरण एवं स्वच्छता आदि में समाज के साथ सहभागिता बढ़ती जा रही है। ऐसे ही कुटुंब प्रबोधन एवं कुरीतियों के निवारण के लिए स्वयंसेवक सामाजिक संस्थाओं, संतों एवं मठ-मंदिरों के सहयोग से कार्य आगे बढ़ा रहे हैं। श्री आंबेकर ने बताया कि विशेष रूप से संघ के शताब्दी वर्ष 2025 के संबंध में इस तीन दिवसीय बैठक में विशेष चर्चा हुई। इसके लिए व्यापक कार्य विस्तार योजना 2021 में बनाई गई थी। वह योजना तीन साल की थी।
इस अभियान के तहत विभिन्न प्रांतों में 45 प्रशिक्षण वर्गों का आयोजन किया जा चुका है और 4000 युवाओं ने संकल्प लिया है कि वे स्वावलंबी भारत अभियान को आगे बढ़ाएंगे। इस अभियान में अब तक 22 संगठन जुड़े हैं और 200 से अधिक औद्योगिक इकाइयां भी जुड़ी हैं। इन संगठनों ने निर्णय लिया है कि 15 जुलाई अंतरराष्ट्रीय कौशल दिवस से लेकर 21 अगस्त विश्व उद्यमी दिवस तक पूरे देश में उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन का आयोजन कर युवाओं को इस अभियान से जोड़ा जाएगा।
कार्य विस्तार को लेकर एक साल के कार्यों की समीक्षा बैठक में की गई। उन्होंने बताया कि 2021 में शाखाओं को 1,00,000 करने का संकल्प लिया गया था तब शाखाओं की संख्या 55,000 थी। फिलहाल यह संख्या 56,000 से अधिक हुई है, लेकिन अगले दो साल में यह संख्या 1,00,000 हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि संघ युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए भी अभियान शुरू करेगा। इसके तहत 15 जुलाई से देशभर में उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन होंगे। 2022 में स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। संघ की ओर से इसके अंतर्गत कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में मुख्य बिन्दु स्व के जागरण को रखा गया है। श्री आंबेकर ने कहा कि संघ का मानना है कि स्वरोजगार से ही देश आगे बढ़ सकता है।
अब तक इस अभियान के तहत विभिन्न प्रांतों में 45 प्रशिक्षण वर्गों का आयोजन किया जा चुका है और 4000 युवाओं ने संकल्प लिया है कि वे स्वावलंबी भारत अभियान को आगे बढ़ाएंगे। इस अभियान में अब तक 22 संगठन जुड़े हैं और 200 से अधिक औद्योगिक इकाइयां भी जुड़ी हैं। इन संगठनों ने निर्णय लिया है कि 15 जुलाई अंतरराष्ट्रीय कौशल दिवस से लेकर 21 अगस्त विश्व उद्यमी दिवस तक पूरे देश में उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन का आयोजन कर युवाओं को इस अभियान से जोड़ा जाएगा।
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