इस साल कांवड़ मेले में तीन से चार करोड़के बीच शिव भक्तों के पहुंचने के अनुमान को देखते हुए, हरिद्वार के घाटों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है। हरकी पैड़ी पर महिला कमांडो और आतंकी निरोधक दस्ते को तैनात किया गया है,जबकि गंगा की लहरों में जल पुलिस भी तैनात कर दी गई है।
उत्तराखंड पुलिस के एन एस जी मानसेर से ट्रेनिंग लेकर आए महिला कमांडो दस्ते के साथ साथ अत्याधुनिक हथियारों से लैस आतंक निरोधी दस्ते को भी तैनात किया गया है। गंगा के पानी में कोई अप्रिय घटना नहीं हो इस के लिए उत्तराखंड जल पुलिस को तैनात किया गया है। जल पुलिस में गोताखोर और बचाव के लिए प्रशिक्षित जवान रहते है जोकि हर पल घाट किनारे गंगा की लहरों में नजर रखते है।
हरिद्वार में पुलिस के जवान हर तीस कदम पर तैनात होंगे। पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को ये हिदायत दी गई है कि वो शिव भक्तों का भोले कह कर सम्मान करें और उन्हे आने जाने में मदद करें।
हरिद्वार के हर चौराहे हर सड़क हर घाट हर बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, पार्किंग स्थल को सीसीटीवी की नजरो से देखा जा रहा है जिसके लिए कंट्रोल रूम में पुलिस कर्मियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए उन पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे भी उपयोग में लाए जा रहे है। करीब तीस हजार पुलिस कर्मी अगले तीन सप्ताह तक बारी बारी से कांवड़ मेले में अपनी ड्यूटी देंगे।
डीजीपी अशोक कुमार का बयान
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि कांवड़ियों के साथ उत्तराखंड पुलिस, एक मित्र पुलिस का व्यवहार करती है लेकिन हमे सुरक्षा के साथ कोई समझौता भी नही करना है, इस लिए हम कांवड़ियों को पोर्टल पंजीकरण करवा कर आने की सलाह दी है।
उन्होंने कहा कि शिव भक्तों के लिए हमारा सम्मान हर साल रहता आया है। हम उनकी सुरक्षा के लिए हमेशा सजग रहते है। इस बार बाइस महिला कमांडो भी कांवड़ ड्यूटी पर रहेंगी और आतंक निरोधी दस्ता भी तैयार रहेगा।
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