नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। नासा के नए टेलिस्कोप जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से ब्रह्मांड की नई तस्वीर सामने आई है। ये कॉस्मिक रंगीन तस्वीर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को जारी की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ट्वीट करके ये तस्वीर साझा की है।
उन्होंने कहा कि वेब स्पेस टेलिस्कोप से ली गई पहली तस्वीर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए ऐतिहासिक पल है। यह खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष के साथ पूरी मानवता के लिए अच्छा दिन है। यह ब्रह्मांड का अब तक का सबसे गहरा दृश्य है। नासा के अधिकारियों ने इस संबंध में व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें राष्ट्रपति बाइडन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस भी मौजूद रहे। दोनों ने वेब टेलिस्कोप से ली गई तस्वीर को देखा।
बाइडन ने कहा कि करीब साढ़े छह महीने पहले रॉकेट के जरिए सबसे शक्तिशाली स्पेस टेलिस्कोप को 10 लाख मील की यात्रा पर भेजा गया था। इस टेलिस्कोप पर टेनिस कोर्ट के आकार का 21 फुट व्यास का शीशा लगा हुआ है। नासा के प्रबंधक बिल नेल्सन ने कहा- ‘यह हमारे ब्रह्मांड की अब तक की सबसे गहरी फोटो है। यह टेलिस्कोप ब्रह्मांड की गहराई के रहस्यों को उजागर करेगा। लोगों के ब्रह्मांड को देखने के नजरिए को बदल देगा। यह तस्वीरें वेब के नियर-इन्फ्रारेड कैमरे से ली गई हैं। मंगलवार को हाई रिजोल्यूशन रंगीन तस्वीरें जारी की जाएंगी।’
संवाददाताओं के सवालों पर नासा अधिकारियों ने कहा कि वेब टेलीस्कोप ने वैज्ञानिकों को डीप स्पेस की पहली कलर इमेज और स्पौक्ट्रोस्कोपित डेटा मुहैया कराया है। वेब स्पेस टेलिस्कोप ने अब तक की सबसे गहरी और बेहतरीन तस्वीर ली है। वेब टेलिस्कोप अंतरिक्ष में भेजी गई सबसे शक्तिशाली दूरबीनों में से एक है। वैज्ञानिकों ने इस टेलिस्कोप की लाइफ 10 साल बताई है।
नासा को उम्मीद है कि यह 20 साल तक काम करेगी। नासा में वेब के डिप्टी सीनियर प्रोजेक्ट साइंटिस्ट जोनाथन गार्डनर ने कहा कि ये वेब इतनी दूर आकाशगंगाओं की तलाश में बिग बैंग के बाद समय में पीछे की ओर देख सकता है। प्रकाश को उन आकाशगंगाओं से खुद तक पहुंचने में कई अरब साल लग गए हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा था कि हम मानवता को ब्रह्मांड के बारे में एक नया दृष्टिकोण देने जा रहे हैं और ये एक ऐसा नजारा है जिसे हमने पहले कभी नहीं देखा है। इस टेलिस्कोप को बनाने में 900 करोड़ डॉलर की लागत आई थी। फिलहाल टेलिस्कोप धरती से 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य की परिक्रमा कर रहा है। इसमें लगे उपकरण इसे धूल और गैस के पार भी देखने में मदद करते हैं। इसे दक्षिण अमेरिका के उत्तरपूर्वी तट पर फ्रेंच गुयाना से प्रक्षेपित किया गया था। नासा ने पिछले साल दिसंबर में जेम्स वेब टेलीस्कोप को लॉन्च किया था। इसके निर्माण में यूरोपियन स्पेस एजेंसी और केनेडियन स्पेस एजेंसी भी सहयोगी है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ