उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों के हो रहे चुनाव में सभी उम्मीदवार सोमवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिये गये। इनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नौ और समाजवादी पार्टी (सपा) के चार उम्मीदवार हैं। भाजपा के विजयी नौ उम्मीदवारों में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी हैं।
चुनाव प्रकिया के तहत सोमवार को नाम वापसी की आखिरी तारीख थी। अपराह्न तीन बजे तक नाम वापसी की समय सीमा बीतने के बाद निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने औपचारिक रूप से सभी 13 उम्मीदवारों के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की और नवनिर्वाचित सदस्यों को प्रमाण पत्र प्रदान किया।
निर्विरोध निर्वाचित 13 उम्मीदवारों में नौ भाजपा और चार सपा के हैं। भाजपा उम्मीदवारों में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत योगी सरकार के सात मंत्री-पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेन्द्र कश्यप, औद्योगिक विकास राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी, आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र ’दयालु’ और अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी शामिल हैं। भाजपा के अन्य दो उम्मीदवारों में पार्टी के लखनऊ महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा और कन्नौज के पूर्व विधायक बनवारी लाल दोहरे हैं।
वहीं सपा के चार उम्मीदवारों में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, अखिलेश यादव के लिए करहल विधानसभा सीट छोड़ने वाले सोबरन सिंह यादव के पुत्र मुकुल यादव, सहारनपुर के शाहनवाज खान और सीतापुर के पूर्व विधायक जासमीर अंसारी ने नामांकन किया था। इन सभी को भी निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है।
उप्र विधान परिषद की 13 सीटें छह जुलाई को खाली हो रही हैं। इसके लिए दो जून से चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई थी। नामांकन पत्रों के दाखिले की अंतिम तिथि नौ जून थी और कुल 13 उम्मीदवारों ने ही नामांकन किया था। 10 जून को नामांकन पत्रों की जांच में सभी के नामांकन वैध पाए गए। आज नाम वापसी का अंतिम दिन था। इसकी समय सीमा समाप्त होने के बाद सभी 13 उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया।
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